Uttar Pradesh News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि कुशल नेतृत्व में लागू उन परिवर्तनकारी सुधारों की विस्तृत जानकारी भी प्रतिनिधिमंडल के साथ साझा की गई, जिनके माध्यम से उत्तर प्रदेश ने जन्म–मृत्यु पंजीकरण प्रणाली को सुदृढ़ किया है. इन सुधारों से आंकड़ों की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है तथा बड़ी आबादी के लिए सेवाओं तक आसान पहुंच सुनिश्चित की गई है. उत्तर प्रदेश के सीआरवीएस मॉडल आज अन्य राज्यों व देशों के लिए एक प्रेरणादायी उदाहरण बन रहा है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों के लिए, जहां चुनौतीपूर्ण प्रशासनिक परिस्थितियों में पंजीकरण कवरेज बढ़ाना एक बड़ी प्राथमिकता है.
DCO टीम ने बताया कि राज्य की सीआरवीएस रणनीति तीन मुख्य स्तंभों पर आधारित है. पहला संस्थागत रिपोर्टिंग प्रणाली के माध्यम से जनजीवन की घटनाओं का स्वतः एवं समयबद्ध पंजीकरण, ताकि नागरिकों पर अतिरिक्त बोझ न पड़े. दूसरा सीआरवीएस प्रणाली को प्रमुख सामाजिक कल्याण एवं सेवा-पोर्टलों से जोड़कर पंजीकरण को स्वचालित एवं व्यवहार-आधारित बनाना और तीसरा पंजीकरण अधिकारियों, स्वास्थ्यकर्मियों, फील्ड-स्टाफ एवं स्थानीय प्रशासकों का सतत प्रशिक्षण, जिससे पंजीकरण की गुणवत्ता, समयबद्धता एवं पहुंच में सुधार हो सके.
प्रतिनिधिमंडल की यह यात्रा विभिन्न विभागों के साथ हुई बैठकों, संभावित सहयोग पर विचार-विमर्श और ज्ञान-आदान–प्रदान के साथ संपन्न हुई. इस पहल का उद्देश्य बेनीन को अपने सिविल पंजीकरण ढांचे के आधुनिकीकरण के प्रयासों को और अधिक मजबूत करने में सहायता प्रदान करना रहा.










