Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और यौन उत्पीड़न के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। शनिवार को हरियाणा के सोनीपत में महापंचायत हुई। इसमें कई किसाने नेता भी शामिल हुए। पंचायत के बाद पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हम ऐशियाई गेम्स तभी खेलेंगे जब पहलवानों की सभी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है। आप नहीं समझ सकते कि हम हर दिन किस मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। साक्षी ने यह बयान दिल्ली पुलिस द्वारा पहलवान को बृजभूषण के दफ्तर ले जाने को दिया।
साक्षी मलिक ने कहा कि एक तरह से यह शोषण है। पाक्सो मामले में शिकायतकर्ता का बयान बदल गया। जब तक बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी नहीं होती है, तब तक जांच प्रभावित हो सकती है।
#WATCH हम एशियन गेम्स तभी खेलेंगे जब ये सारा मुद्दा सुलझेगा: सोनीपत में पहलवान साक्षी मलिक pic.twitter.com/bJD9Rcxrs9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 10, 2023
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एक दिन पहले पुलिस बृजभूषण के दफ्तर पहुंची
दरअसल, शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के आवास पर सीन रीक्रिएट किया। बताया कि उस वक्त दो महिला कांस्टेबल भी पहलवान संगीता फोगाट के साथ थीं। पुलिस ने पहलवान को उन जगहों को याद करने के लिए कहा जहां उन्हें शोषण का सामना करना पड़ा। इस दौरान एसआईटी ने 80 से अधिक सवाल पूछे।
15 जून को दाखिल हो सकती है चार्जशीट
बीते दिनों खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और पहलवानों के बीच बैठक हुई। बैठक के बाद अनुराग ठाकुर ने बताया कि पहलवानों के साथ सकरात्मक बातचीत बहुत संवेदनशील मु्द्दे पर हुई है। लगभग 6 घंटे चली इस बैठक में जिन मुद्दे पर चर्चा हुई है उसमें जो आरोप लगाए गए हैं उन आरोपों की जांच पूरी करके 15 जून तक चार्जशीट दायर की जाए और रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव 30 जून तक किया जाए। रेसलिंग फेडरेशन की आंतरिक शिकायत समिति बनाई जाए और उसकी अध्यक्षता कोई महिला करे।
जनवरी से विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवान
एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पॉक्सो समेत दो केस दिल्ली में दर्ज कराए हैं। पहली बार पहलवानों ने 18 जनवरी को जंतर-मंतर पर धरना दिया था। लेकिन 19 जनवरी को पहलवानों की केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ बातचीत हुई।
इस दौरान अनुराग ठाकुर की ओर से पहलवानों को मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। मामले में कोई ठोस कार्रवाई न होता देख पहलवान एक बार फिर 23 अप्रैल को जंतर-मंतर पर बैठे। पहलवानों के दूसरे चरण के विरोध प्रदर्शन के शुरू होने के एक दिन बाद यानी 24 अप्रैल खेल मंत्रालय ने कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ डेढ़ महीने के अंदर कुश्ती महासंघ की कार्यकारी समिति के चुनाव कराने के लिए अस्थायी समिति का गठन करेगा।
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