ओडिशा कैडर की IAS अधिकारी सुजाता आर. कार्तिकेयन के वॉलंटरी रिटायरमेंट के अनुरोध को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। सुजाता कार्तिकेयन ने दो हफ्ते पहले VRS के लिए अप्लाई किया था। सुजाता कार्तिकेयन दिल्ली विश्वविद्यालय की टॉपर स्टूडेंट रही हैं। उन्होंने लेडी श्री राम कॉलेज से राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएशन किया है और JNU से अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में मास्टर डिग्री भी हासिल की है। इसके अलावा, उन्होंने IAS अकादमी में गोल्ड मेडल भी जीता है। वह 2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। कार्तिकेयन कटक जिले की पहली महिला कलेक्टर थीं।
Senior IAS officer Sujata Rout Karthikeyan takes voluntary retirement after a career spanning over two decades
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— ANI Digital (@ani_digital) March 29, 2025
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छात्राओं के लिए शुरू की साइकिल योजना
सुजाता आर. कार्तिकेयन ने ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के सहयोगी वीके पांडियन से शादी की है। उन्हें ओडिशा में बीजेडी सरकार के दौरान उच्च शिक्षा और खेल में नीति में शानदार सहयोग के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, उन्होंने माओवादी प्रभावित सुंदरगढ़ जिले में कलेक्टर रहते हुए बैंक के जरिए हाईस्कूल की छात्राओं के लिए साइकिल योजना शुरू की। इसका शीर्षक ‘गतिशीलता ही सशक्तीकरण है’ था। उनकी साइकिल योजना से स्कूलों में लड़कियों के नामांकन में काफी सुधार आया। जिसे देखते हुए राज्य सरकार ने इस योजना को ओडिशा के सभी स्कूलों में लागू कर दिया।
युवाओं को खेल से जोड़ा
इसके अलावा, सुजाता आर. कार्तिकेयन ने माओवादी प्रभाव से युवाओं को हिंसा से दूर रखने के लिए फुटबॉल जैसे खेलों का इस्तेमाल किया। इसके बाद, फुटबॉल और हॉकी खेलने वाले लड़कों और लड़कियों को हॉस्टल की सुविधा दिलाई। उन्होंने साल 2006 में सुंदरगढ़ जिले के सभी सरकारी स्कूलों के मिड-डे मील में अंडे को शामिल किया।
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इसके बाद वह राज्य सरकार में समाज कल्याण निदेशक के पद पर शामिल हुईं। उन्होंने कई सालों तक सीएम की ‘मिशन शक्ति’ की प्रमुख पहल का नेतृत्व किया, जिससे 70 लाख महिलाओं को जोड़ा गया।
6 महीने की ली थी चाइल्ड केयर लीव ली
IAS कार्तिकेयन ने पहले 6 महीने के लिए चाइल्ड केयर लीव ली थी। उन्होंने अपनी छुट्टी को 6 महीने और बढ़ाने के लिए सरकार से आवेदन किया था। लेकिन राज्य सरकार ने उनका आवेदन अस्वीकार कर दिया। जिसकी वजह से उन्होंने पिछले साल के आखिर में फिर से ड्यूटी पर वापसी की। VRS के समय वह राज्य वित्त विभाग में विशेष सचिव के पद पर कार्यरत थीं।