EVM Chhattisgarh Congress Review Meeting: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। छत्तीसगढ़ में तो हार सबसे अप्रत्याशित रही। इन हार पर शुक्रवार को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ छत्तीसगढ़ के नेताओं की समीक्षा बैठक हुई। खास बात यह रही कि छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ईवीएम वाले मुद्दे से अपनी राय जुदा रखी।
ईवीएम से वर्तमान चुनाव नतीजों को जोड़ कर देखना ठीक नहीं
दिग्विजय ने ईवीएम के बारे में कहा था कि चिप वाली किसी मशीन को हैक किया जा सकता है। टीएस सिंह देव ने कहा- हार की जिम्मेदारी सामूहिक है। चार दिनों के भीतर हार के लिए मुकम्मल जिम्मेदारी तय करना मुश्किल है। सिंह देव ने कहा- ईवीएम से वर्तमान चुनाव नतीजों को जोड़ कर देखना ठीक नहीं है। समीक्षा बैठक में मौजूदा चुनाव और लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव, विधायक दल नेता जैसे विषयों पर चर्चा नहीं हुई।
#WATCH | Chhattisgarh Congress In-Charge Kumari Selja on party's review meeting on assembly poll loss, in Delhi
"All surveys stated that Congress will win Chhattisgarh polls. This was proved true to an extent as our vote percentage did not fall. We are analysing in detail the… pic.twitter.com/IBMmlavwDt
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) December 8, 2023
पार्टी ने लोगों का भरोसा नहीं खोया है
दूसरी ओर बैठक के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा ने कहा- “सभी सर्वेक्षणों में कहा गया है कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ चुनाव जीतेगी। यह कुछ हद तक सच साबित हुआ क्योंकि हमारा वोट प्रतिशत नहीं गिरा। हम पार्टी की हार के कारणों का विस्तार से विश्लेषण कर रहे हैं। सभी नेताओं ने पार्टी आलाकमान को आश्वासन दिया है कि पार्टी ने लोगों का भरोसा नहीं खोया है। सभी नेताओं ने आश्वासन दिया है कि वे लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेंगे। चुनाव में 18 महिला उम्मीदवारों में से 11 ने जीत हासिल की है। यह कम बड़ी बात नहीं है।”
कांग्रेस का वोट शेयर 42.23 प्रतिशत
बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने 90 में से 54 सीटें हासिल की हैं। जबकि कांग्रेस 35 पर ही सिमट गई। एक सीट पर जीजीपी ने कब्जा जमाया। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 46.27 प्रतिशत वोट शेयर प्राप्त हुआ, जबकि कांग्रेस को 42.23 प्रतिशत वोट शेयर मिला। कांग्रेस जीत को लेकर लगभग आश्वस्त थी, लेकिन नतीजों से उसे झटका लगा है।
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