आज संसद के सेंट्रल हाल में टीएमसी सांसदों की बैठक हुई। जिसमें पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार द्वारा विशेष सत्र बुलाने की मांग की गई है। संसद के सेंट्रल हाल में बैठक के बाद टीएमसी संसद काकोली घोष ने कहा कि ये बहुत दुखद है कि पाकिस्तान ने हम पर हमला किया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने पहले कहा था कि केंद्र सरकार जो फैसला लेगी हम उसके साथ है। लेकिन अब आतंरिक सुरक्षा कहां है? जिन आतंकियों ने हमला किया वो कहां है? टीएमसी ने इस मुद्दे पर अन्य विपक्षी दलों से भी समर्थन मांगा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा लेटर
टीएमसी संसद काकोली घोष ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक लेटर लिखकर एक विशेष सत्र की मांग की। उन्होंने कहा कि हमें भी ये जानने का अधिकार है कि आखिर क्या हुआ? आतंकी अब तक क्यों नहीं पकड़े गए?
टीएमसी संसद काकोली घोष ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि हम भी पूछना चाहते हैं कि आतंकी हमला क्या इंटेलिजेंस फेलियर नहीं है? मोदी सरकार को एक विशेष सत्र बुलाना चाहिए, जिससे देश के नागरिक ये जान सके कि क्या हुआ? साथ में यह भी कहा कि देश की जनता को ये जानने का अधिकार है कि इंटेलिजेंस फेलियर हुआ तो इसका जिम्मेदार कौन है?
टीएमसी ने इस हमले में खुफिया एजेंसियों की विफलता पर सवाल उठाए हैं और इसकी जवाबदेही तय करने की मांग की है। घोष ने कहा कि पहलगाम में खुफिया विफलता की जवाबदेही तय होनी चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हम देश के साथ एकजुटता में खड़े हैं, लेकिन कुछ सवालों के जवाब जरूरी हैं।
TMC ने मांगा अन्य दलों का साथ
टीएमसी ने इस मुद्दे पर विपक्षी दलों से भी समर्थन मांगा है और सरकार से मांग की है कि वह इस मामले में पारदर्शिता बरते। TMC का मानना है कि विशेष सत्र के माध्यम से न सिर्फ इस हमले के कारणों की गहराई से जांच हो सकेगी, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस रणनीति भी तैयार की जा सकेगी।
क्या है इंटेलिजेंस फेलियर?
बता दें कि इंटेलिजेंस फेलियर उसे कहते हैं जब कोई व्यक्ति पर्याप्त रूप से जानकारी इकट्ठा करके उस पर विश्लेषण नहीं करता है। ऐसे समय में कई सारी गलतियां होती हैं। खुफिया जानकारी के आधार पर व्यक्ति अगर ठोस रणनीति नहीं तैयार करता है, तो अक्सर ऐसा हो जाता है।