Swiss Bank accounts list: पीटीआई की ओर से सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, स्विट्जरलैंड और भारत के बीच वित्तीय खातों की जानकारी से जुड़े डेटा के आदान-प्रदान का इस बार पांचवां वर्ष है और इसमें सामने आई जानकारी के अनुसार, स्विट्जरलैंड ने 104 देशों के साथ लगभग 36 लाख (3.6 मिलियन) वित्तीय खातों की जानकारी का आदान प्रदान किया है। वहीं आपको बता दें कि इस साल कजाकिस्तान, मालदीव और ओमान को 101 देशों की पिछली सूची में जोड़ा गया था। लिहाजा, इस बार सामने आई जानकारी के अनुसार, वित्तीय खातों की संख्या में लगभग दो लाख की वृद्धि देखी गई है।
लिस्ट में भारत के नागरिकों और ट्रस्टों से जुड़ी जानकारी शामिल
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को वार्षिक सूचना एक्सचेंज प्रोग्राम में भारत के नागरिकों और संगठनों से जुड़ी हुई स्विस बैंक खातों की लिस्ट मिली है। इस प्रोग्राम से जुड़े अफसरों ने खुलासा किया है कि भारतीय अधिकारियों के साथ शेयर की गई नई जानकारी में सैकड़ों की संख्या में वित्तीय खाते शामिल हैं। इन लिस्ट में भारतीय नागरिकों, कॉर्पोरेट्स और ट्रस्टों से जुड़े कई खातों से जुड़े मामले भी शामिल हैं।
टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए हो सकता है जारी ब्योरे का इस्तेमाल
स्विस बैंक की ओर से सामने आई लिस्ट में पहचान, खाता और वित्तीय जानकारी शामिल है। इसमें खाता धारकों से जुड़े नाम, पता, निवास का देश और कर पहचान संख्या दर्ज है। इसके साथ ही रिपोर्टिंग वित्तीय संस्थान, खाता शेष और कैपिटल इन्कम से जुड़ा डेटा भी दर्ज किया गया है। स्विस बैंक के अफसरों का कहना है कि जारी किए गए ब्योरे का इस्तेमाल टैक्स चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और आंतकवाद के लिए फंडिंग समेत कई अन्य अवैध गतिविधियों की जांच के लिए किया जाएगा।