Survey On Intoxication: देश में नशे को लेकर किए गए सर्वे में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। सर्वे के मुताबिक, देश में नशेड़ियों की संख्या अमेरिका की आबादी से अधिक है, जबकि सिर्फ शराब पीने वालों की बात करें तो ये संख्या रूस की जनसंख्या के बराबर है।
समाज कल्याण एवं सशक्तिकरण मंत्रालय की ओर से AIIMS दिल्ली के नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर की मदद से ये सर्वे कराया गया है। सर्वे में पता चला है कि देश में करीब 37 करोड़ लोग नशे की गिरफ्त में हैं। चौंकाने वाली बात ये कि इनमें 10 साल के बच्चे से लेकर 75 साल के बुजुर्ग तक शामिल हैं। बता दें कि अमेरिका की आबादी 37 करोड़ से कम है। वहीं, सिर्फ शराबियों की संख्या देश में 16 करोड़ है, ये संख्या रूस की आबादी जितनी है।
19 प्रतिशत नशेड़ी बिना शराब के नहीं रह सकते
दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, नशेड़ियों में 19 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जो रोजाना शराब का सेवन करते हैं, ये बिना शराब के एक दिन भी नहीं रह सकते। वहीं, 17 साल से कम आयु के बच्चों में 20 लाख ऐसे नाबालिग हैं, जो गांजा का सेवन करते हैं। देश की 2.26 करोड़ आबादी यानी कुल जनसंख्या के 2.1 प्रतिशत लोग अफीम, डोडा, हेरोइन, स्मैक और ब्राउन शुगर जैसा नशा करते हैं।
सर्वे के मुताबिक, नशा प्रभावित राज्यों में आंध्र प्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, एनसीटी दिल्ली, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल है।
आखिर बड़ी आबादी तक कैसे पहुंचता है नशा?
नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के मुताबिक, नशे (कोकिन, हेरोइन) की बड़ी खेप इथियोपिया, नाइजीरिया, युगांडा जैसे देशों से दुबई, शारजाह के रास्ते भारत लाया जाता है। NCB के मुताबिक, नशे के तस्कर ये मादक पदार्थ बैगेज या फिर कैप्सूल के रूप में नशीले पदार्थ की तस्करी करते हैं।