Sanjay Raut on Modi: शिवसेना के नेता संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह दी है कि उन्हें चीन के ऑफर को मान लेना चाहिए। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल किया कि ट्रंप के टैरिफ के खिलाफ देश के प्रधानमंत्री मोदी चुप क्यों हैं। क्या वो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भूमिका में चले गए हैं। आइए जानते हैं कि शिवसेना के नेता संजय राउत ने मोदी के लिए क्या बोला…
भारत मूक नहीं है
संजय राउत ने कहा कि भारत मूक नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री मूक हैं। प्रधानमंत्री जी मनमोहन सिंह की भूमिका में चले गए हैं। जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तो यही नरेंद्र मोदी उन्हें ‘म्यूट प्राइम मिनिस्टर’ कहते थे। अब खुद क्यों चुप हैं?”
नरेंद्र मोदी जी चुप क्यों हैं
संजय राउत ने मोदी पर तीखी बयानबाजी करते हुए कहा कि “इतना बड़ा टैरिफ हमला इस देश पर हुआ है ट्रंप के माध्यम से। दुनिया के सभी देश – यहां तक कि छोटा सा देश सिंगापुर, नेपाल भी – इस आदेशक्रम के खिलाफ अपनी बात रख रहे हैं। लेकिन हमारे देश का प्रधानमंत्री चुप है। नरेंद्र मोदी जी चुप क्यों हैं? चीन सिर्फ ट्रेड की बात नहीं कर रहा, वर्ल्ड वॉर की बात कर रहा है। सिंगापुर और चीन जैसे देश सक्रिय हैं, और हम लोग क्या कर रहे हैं?”
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तमिलनाडू गवर्नर पर क्या बोले राउत?
संजय राउत ने न सिर्फ टंप के टैरिफ पर बात की बल्कि उन्होंने तमिल नाडु के राज्यपाल के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा- “देश में कौन सा राज्यपाल कायदे से काम कर रहा है? सभी बीजेपी द्वारा नियुक्त राज्यपाल संविधान और नियमों के खिलाफ काम कर रहे हैं। महाराष्ट्र में कोश्यारी जी ने क्या किया था? कैबिनेट के निर्णय तक रोक रखे थे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तमिलनाडु में राज्यपाल को बिल रोकने का अधिकार नहीं है। जब विधानसभा और कैबिनेट ने फैसला लिया है, तो राज्यपाल को रोकने का हक नहीं है। राज्यपाल हमेशा कैबिनेट के निर्णय को मानने के लिए बाध्य होते हैं। जब हमारी सरकार थी, तब हमारी बात नहीं सुनी गई। अब सुनी जा रही है।”
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष पर मांगा जवाब
संजय ने आगे कहा कि- महाराष्ट्र के मंत्री आशिष शेलार अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष के अधीन समिति में काम करेंगे। अगर कोई और होता तो बीजेपी इस्तीफा मांगती। अब आशिष शेलार का इस्तीफा कौन मांगेगा? राष्ट्रवाद, हिंदुत्ववाद की बातें कहां गईं? मैं तो कहता हूँ, इस्तीफा दो – पाकिस्तान हमारे विचारों के खिलाफ है, मैं उनके साथ काम नहीं कर सकता। वहीं उन्होंने कहा कि नीरव मोदी को लाइए, मेहुल चोकसी को लाइए, विजय माल्या को भी लाइए, निखिल सर जैसे लोगों को लाइए – जो इस देश को लूटकर भाग गए हैं। अब जो राना को अमेरिका को सौंपना है, तो दे दीजिए, वह यहीं रहने वाला थोड़ी है। जैसे अबू सलेम को पुर्तगाल ने हमें सौंप दिया था, वैसे ही कर दीजिए।”
ये जमीन का व्यवहार है, प्रॉपर्टी वॉर है।
शिवसेना नेता ने मोदी पर वार करते हुए कहा बीजेपी और उनके समर्थित उद्योगपतियों के लिए ये 2 लाख करोड़ की रणनीति है। जब ये रिक्त जमीनें बेची जाएंगी, तो बीजेपी के लोग ही खरीदेंगे। ये आने वाले दिनों में साफ होगा।
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