Satnam Singh Sandhu: भारतीय अल्पसंख्यक फेडरेशन के कन्वीनर सतनाम सिंह संधू वेटिकन सिटी में आयोजित एक समारोह में शामिल होने वाले पहले सिख राज्यसभा सांसद बन गए हैं। दरअसल, इस कार्यक्रम में भारतीय पादरी जॉर्ज जैकब कूवाकड को पोप फ्रांसिस द्वारा पवित्र रोमन कैथोलिक चर्च के कार्डिनल के रूप में पदोन्नत किया गया है।
बता दें इस कार्यक्रम में पोप फ्रांसिस ने सेंट पीटर बेसिलिका में 16 देशों से आर्कबिशप कूवाकड सहित 21 नए कार्डिनल बनाए। कार्यक्रम के बाद वेटिकन सिटी के आर्कबिशप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समारोह को देखने के लिए भारत के धार्मिक प्रतिनिधिमंडल को भेजने के लिए धन्यवाद दिया है।
It was an honour to be part of the historic ceremony as a Govt of India representative where Archbishop George Koovakad was elevated as Cardinal by His Holiness Pope Francis.
Deep gratitude to PM @narendramodi ji for fostering an environment of inclusivity & ensuring greater… pic.twitter.com/0a2kcitDeR— Satnam Singh Sandhu (@satnamsandhuchd) December 9, 2024
---विज्ञापन---
पोप फ्रांसिस ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति पर जताया आभार
बता दें भारतीय प्रतिनिधिमंडल में अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन, सांसद सतनाम सिंह संधू, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर, कोडिक्कुन्निल सुरेश, अनिल एंटनी, अनूप एंटनी और टॉम वडक्कन शामिल थे। पोप फ्रांसिस ने भी इस समारोह में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त की।
भारत आने का निमंत्रण दिया
प्रतिनिधिमंडल ने पोप फ्रांसिस को पीएम मोदी के नेतृत्व में शांति और प्रगति के लिए और अधिक प्रेरणा देने के लिए जल्द ही भारत आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व में देश की एकता, भाईचारे और प्रेम का संदेश दिया। प्रतिनिधिमंडल ने वेटिकन सिटी में ईसाई समुदाय को पीएम मोदी के प्रेम, स्नेह और भाईचारे के संदेश से भी अवगत कराया।
कौन हैं सतनाम सिंह संधू?
सतनाम सिंह संधू शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। जानकारी के अनुसार संधू ने साल 2001 में मोहाली के लांडरां में चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज (सीजीसी) की स्थापना की थी। इसके बाद साल 2012 में उन्होंने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना की। उनकी प्राथमिक पढ़ाई सरकारी स्कूल में हुई थी, वह किसान परिवार से आते हैं। उनका जन्म पंजाब के मालवा क्षेत्र में हुआ था।
ये भी पढ़ें: जस्टिस शेखर कुमार यादव कौन? जिनके बयान पर छिड़ी बहस, गाय को बता चुके राष्ट्रीय पशु