नई दिल्ली: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर खोजी पत्रकारों के समूह आर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी) ने कारोबारी गौतम अडानी के भ्रष्टाचार को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं। गुरुवार को इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि, ‘विदेशों में फर्जी कंपनियां खोलकर हजारों करोड़ रुपए अडानी की कंपनियों में लगाकर शेयर की कीमत बढाई गई और भारतीय निवेशकों को लूटा गया है।
बर्मूडा में यह फर्जी कंपनियां खोली
आप नेता ने आगे कहा कि चीन के व्यापारी चांग चूंग लिंग और यूएई के नासीर अली ने टैक्स हैवेन्स देश मॉरिशस व बर्मूडा में यह फर्जी कंपनियां खोली थीं। उन्होंने कहा कि गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी के साथ मिलकर भारत का पैसा विदेश में भेजा। इसके बाद विनोद की एक्सल कंपनी ने इनकी कंपनियों को भारत में स्थित गौतम अडानी की कंपनियों में पैसा लगाने की सलाह दी।
खोजी पत्रकारों ने खुलासा किया
संजय सिंह ने दिल्ली में आप पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता में कहा कि बीते जनवरी में इस रिपोर्ट में अडानी की कंपनियों का भ्रष्टाचार का पता चला था। उन्होंने कहा कि अडानी ने विदेश में फर्जी कंपनियों के साथ मिलीभगत कर घोटाला किया था। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि खोजी पत्रकारों ने खुलासा किया है कि ये लोग गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी के साथ मिलकर सेबी के नियमों के विरुद्ध फर्जी कंपनियां बनाकर भारत में पैसा लगा रहे थे और यह सीधा-सीधा मनी लॉड्रिंग का मामला है।
सबसे बड़ी पोंजी स्कीम
आप प्रवक्ता रीना गुप्ता ने कहा कि पोंजी स्कीम में कोई एजेंट आपके पास आता है और स्कीम में 10 हजार रुपए लगाकर दो साल में पैसा एक लाख हो जाने की बात कहता है। उन्होंने कहा इस तरह ही भारत में हजारों पोंजी स्कीम आई हैं। प्रवक्ता ने कहा कि ओसीसीआरपी की रिपोर्ट के अनुसार केंद्र की मदद से अडानी और उनका परिवार भारत में दुनिया की सबसे बड़ी पोंजी स्कीम चला रहा है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले सेबी को इस बारे में 850 शिकायतें मिली थी कि अडानी की कंपनियों में स्टॉक प्राइस की हेराफेरी की जा रही है। लेकिन सेबी ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।