नई दिल्ली: आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार जिस ईडी को भ्रष्टाचार खत्म करने का साधन कहते हैं, वो एक्सटार्शन डिपार्टमेंट बन गई है। ईडी का असिस्टेंट डायरेक्टर सात लोगों के साथ तथाकथित शराब घोटाला मामले में एक आरोपी को बचाने के लिए उसके पिता से पांच करोड़ रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया है।
1.90 करोड़ रुपए की ज्वैलरी बरामद
आप नेता ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि इस मामले से जुड़े सीए के पास से 2.14 करोड़ कैश के साथ ही 1.90 करोड़ रुपए की ज्वैलरी भी बरामद हुई है। उन्होंने कहा कि तथाकथित शराब घोटाला पूरी तरह से मनगढ़ंत हैं, फिर भी पिछले एक साल से इसकी जांच चल रही है।
ईडी डिपार्टमेंट बनाया है
आप नेता ने आगे कहा कि दरअसल, केंद्र सरकार ने गैर भाजपा शासित राज्यों में विधायकों को तोड़ने और घोटाले में घोटाला करने के लिए ही ईडी डिपार्टमेंट बनाया है। उन्होंने मांग की कि इसमें किन-किन अधिकारियों का हिस्सा है, इसकी जांच की जाए। साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले का संज्ञान लेने और ईडी डिपार्टमेंट को बंद करने की अपील की है।
शराब घोटाले की जांच की
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि पिछले एक साल से ईडी और सीबीआई द्वारा तथाकथित शराब घोटाले की जांच की जा रही है। यह पूरी तरह से एक मनगढ़ंत घोटाला है। इसमें कोई घोटाला ही नहीं हुआ है, फिर भी जांच चल रही है। इस मामले में ईडी बार-बार अपना बयान भी बदल रही है। कभी 100 करोड़ रुपए का घोटाला बताती है तो कभी एक हजार करोड़ का बताती है।
मोबाइल फोन अपने पास रखकर झूठ बोला
आम आदमी पार्टी ने कई बार ईडी के असल चेहरे को बेनकाब भी किया है। ईडी ने चंदन रेड्डी को मारपीट कर, उसके कान के पर्दे फाड़ कर उसका बयान लिया गया। एक व्यक्ति को ईडी ने धमकाया कि तुम्हारी बेटी कॉलेज कैसे जाएगी? ईडी ने सारे मोबाइल फोन अपने पास रखकर झूठ बोला कि मनीष सिसोदिया ने फोन तोड़ दिया। ईडी ने फर्जी तरह से मेरा नाम चार्जशीट में शामिल कर लिया और जब मैंने ईडी को नोटिस दिया तो बोली की गलती हो गई।
केंद्र सरकार की सबसे प्रिय संस्था ईडी
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ईडी के हाथ में हाथ मिलाकर कहते हैं कि ईडी के जरिए हम भ्रष्टाचार खत्म करेंगे। केंद्र सरकार की सबसे प्रिय संस्था ईडी अब एक्सटार्शन डिपार्टमेंट बन गई है। अब ईडी, ईडी नहीं रही। अब ईडी धन उगाही का डिपार्टमेंट बन गई है। अब यह बात खुद ईडी ही कह रही है। ईडी का असिस्टेंट डायरेक्टर सात लोगों के साथ पांच करोड़ रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
गिरफ्तार कर जेल में डाला
आप नेता ने कहा कि यह रिश्वत तथाकथित दिल्ली शराब घोटाला मामले में आरोपी अमन ढल को बचाने के नाम पर उसके पिता से ली गई है। पिछले एक साल से ईडी यही कर रही है। तथाकथित घोटाले की जांच के नाम पर मनीष सिसोदिया समेत अन्य को गिरफ्तार कर जेल में डाला जाता है और हर दिन झूठ खबरें फैलाई जाती है। मोदी सरकार के आने के बाद ईडी ने यह सिलसिला पूरे देश में चला रखा है। पिछले 9 वर्षों में ईडी ने 3 हजार छापेमारी की है और मात्र 23 लोगों पर ही आरोप सिद्ध कर पाई है। यानि 0.50 फीसद कन्वीक्शन रेट है।
सर्वोच्च न्यायलय से अनुरोध
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि सरकार ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, गोवा, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली, पंजाब समेत पूरे देश में विधायकों को तोड़ने के लिए एक्सटार्शन डिपार्टमेंट ईडी बना रखा है। मोदी जी ने ईडी को पूरे देश में गुंडागर्दी का लाइसेंस दे रखा है। सर्वोच्च न्यायलय से अनुरोध है कि ईडी डिपार्टमेंट को बंद किया जाए। इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। यह सिर्फ भाजपा के गुंडागर्दी का विंग है। भाजपा का ईडी एक्सटार्शन डिपोर्टमेंट है। ईडी घोटाले की जांच में घोटाला कर रही है।
विधायकों को धमकवाते हैं
ईडी के अधिकारी ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि वो देख रहे हैं कि मोदी जी उसके जरिए महाराष्ट्र में विधायक पकड़वाते हैं। फिर उन विधायकों को धमकवाते हैं और केस करवाते हैं। फिर विधायकों को 50 खोखा दे देते हैं। विधायक 50 खोखा लेकर सरकार के साथ शामिल हो जाते हैं और ईडी के अधिकारियों को कुछ नहीं मिलता है। इस तरह भारतीय खोखा पार्टी ने खोखा अधिकारी तैयार किया है।