ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे। वे श्रीनगर की बादामी छावनी गए। यहां उन्होंने पाकिस्तान की ओर से दागे गए गोले के टुकड़े देखे। रक्षा मंत्री ने कहा कि पहलगाम में आतंकियों ने धर्म देखकर निर्दोष लोगों को गोली मारी थी। हमने उनका कर्म देखकर खात्मा किया, ये हमारा धर्म था। बता दें कि रक्षा मंत्री के दौरे से पहले भारतीय सेना ने गुरुवार को अवंतीपोरा के त्राल में तीन आतंकियों को ढेर किया था। इसमें टॉप कमांडर आसिफ शेख, आमिर नजीर वानी और यावर अहमद भट्ट शामिल हैं। ये तीनों आतंकी पहलगाम हमले के बाद सरकार द्वारा जारी 14 आतंकियों की लिस्ट में थे।
#WATCH | Srinagar, J&K: At Badami Bagh Cantonment, Defence Minister Rajnath Singh says, “…First of all, I would like to bow to the supreme sacrifice of the brave jawans while they fought terrorism and terrorists. I pay respect to their memory. I also pay respect to the innocent… pic.twitter.com/YmepW0EU7N
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) May 15, 2025
अब पीओके पर बात होगी
रक्षा मंत्री ने छावनी में सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं मानता हूं कि भारत की आतंकवाद के खिलाफ की गई यह आतंक की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। हमने दुनिया को बताया कि हम आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्होंने भारत के मस्तिष्क पर वार किया तो हमने उनकी छाती पर वार किया।
पाकिस्तान ने हमें धोखा दिया है हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो टूक शब्दों में आतंकवाद को डिफाइन कर दिया है। उन्होंने कह दिया कि अब कोई भी आतंकी वारदात एक्ट ऑफ वार मानी जाएगी। अगर सरहद पर कोई घटना हुई तो यह बात बहुत दूर तक जाएगी। अब बात आतंकवाद पर नहीं सिर्फ पीओके पर होगी। दुनिया जानती है कि हमारी सेना का निशाना अचूक होता है।
#WATCH | Srinagar, J&K: Defence Minister Rajnath Singh inspects Pakistani shells that were dropped in J&K. Some debris have been displayed at the Badami Bagh Cantonment. pic.twitter.com/kfj7lSx5Og
— ANI (@ANI) May 15, 2025
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रामचरित मानस के दोहे का जिक्र किया
राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान जहां खड़ा होता है, वहीं से मांगने वालों की लाइन शुरू हो जाती है। हाल ही में वह आईएमएफ से कर्ज मांगने गया। जबकि भारत उसी आईएमएफ को फंड देता है। इस दौरान उन्होंने रामचरित मानस के दोहे का जिक्र भी किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि जहां सुमति तहं संपति नाना, जहां कुमति तहं विपत निधाना। यानी जहां पर सुमति होती है, वहां संपन्नता आती है, जहां पर कुमति होती है, वहां पर विपत्ति आती है।
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