जम्मू-कश्मीर के कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। नदियां उफान पर हैं। पंजाब में भी नदियां तेज बहाव के साथ बह रही हैं। इसकी चपेट में कई इमारतें आ चुकी हैं। बड़ी संख्या में लोगों को रेस्क्यू किया गया, लेकिन एक खतरनाक इमारत में फंसे CRPF जवानों को बचाने के लिए भारतीय सेना ने एक जोखिम भरा ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन के पूरा होने के बाद इमारत बह गई।
भारतीय सेना ने वीडियो शेयर करते हुए बताया कि एक हाई-रिस्क हेलीकॉप्टर बचाव अभियान के तहत पंजाब के माधोपुर हेडवर्क्स में बाढ़ के पानी से घिरी और ढहने के खतरे में पड़ी एक इमारत से फंसे नागरिकों और CRPF कर्मियों को निकाला गया। मौसम और तेजी से बढ़ते पानी का सामना करते हुए हमारी टीम ने सुनिश्चित किया कि हर जीवन सुरक्षित रहे।
सेना ने शेयर किया वीडियो
सेना ने बताया कि आज सुबह ही सेना के हेलीकॉप्टरों को एक बचाव अभियान के लिए रवाना किया गया, जिसने साहस, कौशल और दृढ़ संकल्प की परीक्षा ली। खतरनाक परिस्थितियों के बावजूद, सेना के पायलटों ने अपने हेलीकॉप्टर को एक ऐसी इमारत पर उतारा जो पहले से ही ढहने के कगार पर थी। यह एक ऐसा कारनामा था, जिसके लिए उच्चतम स्तर के उड़ान कौशल और बेजोड़ बहादुरी की आवश्यकता थी। अपनी जान जोखिम में डालकर सैनिकों ने यह सुनिश्चित किया कि हर एक फंसे हुए व्यक्ति को सुरक्षित निकाल लिया जाए।
भारतीय सेना ने बताया कि इसके बाद इमारत ढह गई और पानी के बहाव में बह गई। अगर समय पर भारतीय सेना रेस्क्यू करने न पहुंचती, तो यह एक बेहद दर्दनाक घटना साबित हो सकती थी।
यह भी पढ़ें : वैष्णो देवी मंदिर के पास बड़ा हादसा, अब तक 31 लोगों की गई जान
वहीं कठुआ के एक अधिकारी ने बताया कि देर रात हमने देखा कि पानी का स्तर काफी बढ़ गया है। पुल को जोड़ने वाला हिस्सा भी बह गया और इलाके का एक बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया। हमें सूचना मिली कि CRPF के कुछ जवान फंसे हुए हैं। SDRF, NDRF और सेना की मदद से बचाव अभियान शुरू किया गया। खुशकिस्मती से सेना ने सुबह होते ही हेलीकॉप्टर से बचाव कार्य शुरू कर दिया। सेना के हेलीकॉप्टर से 22 CRPF जवानों, एक कुत्ते और तीन नागरिकों को बचाया गया है। सभी सुरक्षित हैं, किसी की जान नहीं गई है।