हाल ही में, पीएम मोदी तमिलनाडु के दौरे पर गए थे। उस दौरान गंगईकोंडाचोलपुरम में पीएम ने राजा राजेंद्र चोल-I के नौसैनिक अभियान की 1,000 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 1,000 रुपये का सिक्का जारी किया। यह सिक्का गंगईकोंडाचोलपुरम विकास परिषद ट्रस्ट के अध्यक्ष आर कोमागन ने डिजाइन किया है। कार्यक्रम में परिवहन मंत्री एसएस शिवशंकर, तमिलनाडु के वित्त मंत्री थंगम थेन्नारासु और वीसीके नेता थोल थिरुमावलवन मौजूद रहे।
क्या है सिक्के में?
आर कोमागन ने सिक्के की डिजाइन तैयार करके केंद्र सरकार को भेजा था। वहां से प्रस्ताव स्वीकार किया गया। सिक्के के पीछे की तरफ घोड़े पर सवार सम्राट की उकेरी गई है। साथ ही बैकग्राउंड में पानी वाला जहाज छपा है। केंद्र सरकार के प्रस्ताव स्वीकार करने के बाद सिक्का जारी किया गया।
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साल 2010 में आरबीआई ने जारी किया था सिक्का
आरबीआई ने साल 2010 में 1000 का सिक्का जारी किया था। तमिलनाडु के तंजावुर में वृहदीश्र्वर के नाम से विख्यात मंदिर के 1,000 साल पूरे होने के उपलक्ष्य पर यह सिक्का जारी किया गया था।
आम लोगों के लिए नहीं है यह सिक्का
किसी की याद में या ऐतिहासिक मूमेंट पर जारी होने वाला सिक्का स्मारक सिक्का होता है। आरबीआई समय-समय पर ऐसे स्मारक सिक्के जारी करता है। कानूनी रूप से इसका प्रयोग बाजार में चलाने के लिए नहीं किया जा सकता है। केवल संग्रहण के लिए इन सिक्के का उपयोग किया जाता है। हालांकि यह सिक्के ऑनलाइन कई गुना कीमत पर मिलते हैं।
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