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दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती समारोह, PM मोदी बोले-200 साल बाद भी महर्षि जी के विचार और जीवन पद्धति हमारे बीच में है

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान वह कार्यक्रम में आयोजित यज्ञ में भी शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200वीं जन्म जयंती का यह अवसर ऐतिहासिक है। यह पूरे विश्व और […]

Edited By : Gyanendra Sharma | Updated: Feb 12, 2023 12:46
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PM Modi
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान वह कार्यक्रम में आयोजित यज्ञ में भी शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200वीं जन्म जयंती का यह अवसर ऐतिहासिक है। यह पूरे विश्व और मानवता के भविष्य के लिए प्रेरणा का पल है।

महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने विश्व को दिखाया मार्ग-पीएम मोदी

पीएम ने कहा कि 21वीं सदी में आज जब विश्व अनेक विवादों में फंसा है, हिंसा और अस्थिरता में घिरा हुआ है, तब महर्षि दयानंद सरस्वती जी का दिखाया मार्ग करोड़ों लोगों में आशा का संचार करता है। ये मेरा सौभाग्य है कि जिस पवित्र धरती पर महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने जन्म लिया, उस धरती पर मुझे भी जन्म लेने का सौभाग्य मिला। उस मिट्टी से मिले संस्कार, उस मिट्टी से मिली प्रेरणा, मुझे भी महर्षि दयानंद सरस्वती के आदर्शों के प्रति आकर्षित करती रहती है। मैं स्वामी दयानंद जी के चरणों में श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।

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महिलाओं को लेकर समाज की रूढ़िवादी सोच को तोड़ा

पीएम ने आगे कहा- महिलाओं को लेकर समाज में जो रूढ़ियां पनप गईं थीं, महर्षि दयानंद जी उनके खिलाफ एक तार्किक और प्रभावी आवाज़ बनकर उभरे। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ भेदभाव का खंडन किया, महिला शिक्षा का अभियान शुरू किया। जो बीज स्वामी जी ने रोपा था, वो आज विशाल वटवृक्ष के रूप में पूरी मानवता को छाया दे रहा है। आजादी के अमृतकाल में आज देश उन सुधारों का साक्षी बन रहा है, जो स्वामी दयानंद जी की प्राथमिकताओं में थे।

पीएम मोदी ने कहा- स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने अपने जीवन में केवल एक मार्ग ही नहीं बनाया, बल्कि अनेक संस्थाओं का भी सृजन किया। वो अपने जीवन काल में क्रांतिकारी विचारों को लेकर के चले,उनको जिया और लोगों को जीने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने हर विचार को व्यवस्था के साथ जोड़ा। आज हम देश में बिना भेदभाव के नीतियों और प्रयासों को आगे बढ़ते देख रहे हैं। जो गरीब है, पिछड़ा और वंचित है उसकी सेवा आज देश के लिए सबसे पहला यज्ञ है। ‘वंचितों को वरीयता’ इस मंत्र को लेकर हर गरीब के लिए मकान, उसका सम्मान और हर व्यक्ति के लिए चिकित्सा उपलब्ध करवाई जा रही है।

 

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Edited By

Gyanendra Sharma

First published on: Feb 12, 2023 12:45 PM

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