Post Budget Webinar: प्रधानमंत्री मोदी ने आज पोस्ट बजट वेबिनार को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के बजट में हमने गरीबों के घर के लिए 80 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। हमें housing for all की मुहिम को तेजी से आगे बढ़ाना होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि ये परंपरा रही है कि बजट के बाद, बजट के संदर्भ में संसद में चर्चा होती है, लेकिन हमारी सरकार बजट पर चर्चा को एक कदम आगे लेकर गई है। बीते कुछ वर्षों से हमारी सरकार ने बजट बनाने से पहले भी और बाद भी सभी स्टेकहोल्डर से गहन मंथन की नई परंपरा शुरू की है। किसी भी सरकारी नीति या कार्यक्रम की सफलता की पहली शर्त सुशासन है।
To tap the immense potential of the country's tribal community,for the first time work is being done on a large scale. In this Budget,priority has been given to tribal development. In Eklavya Model Residential Schools,a major provision made for recruitment of teachers & staff: PM pic.twitter.com/SWuFd5HoJf
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) February 27, 2023
पीएम बोले- देशवासियों के विकास के लिए धन के साथ मन की भी जरूरत
पीएम मोदी ने कहा कि शासन संवेदनशील और समर्पित होना चाहिए। जब कार्यों की उचित निगरानी होती है, तो उनकी दक्षता और समय पर पूरा होना अत्यधिक संभव हो जाता है। हमारे देश में एक पुरानी अवधारणा रही है कि लोगों का कल्याण और देश का विकास सिर्फ धन से ही होता है।
पीएम ने कहा कि देश और देशवासियों के विकास के लिए धन तो जरूरी है ही लेकिन धन के साथ ही मन भी चाहिए। सरकारी कार्यों और सरकारी योजनाओं की सफलता की अनिवार्य शर्त है सुशासन, संवेदनशील शासन, जन सामान्य को समर्पित शासन। जब सरकार के काम औसत दर्जे का होते हैं, उसकी निरंतर मॉनीटरिंग होती है तो उसके वांछित परिणाम भी मिलते हैं।
We started working with a new approach, started Mission Indradhanush&improved the vaccination system. When Corona pandemic came, this system benefitted us in taking vaccines to far-off places. I believe good governance played a big role that made 'last mile delivery' possible: PM pic.twitter.com/QKBRot1BvK
— ANI (@ANI) February 27, 2023
पीएम मोदी ने कहा- जिस दिन हम ठान लेंगे…
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस दिन हम ठान लेंगे कि हर मूलभूत सुविधा, हर क्षेत्र में, हर नागरिक तक पहुंचाकर ही रहेंगे, तो देखिएगा कितना बड़ा परिवर्तन स्थानीय स्तर पर कार्य-संस्कृति में आता है।
सैचुरेशन की नीति के पीछे यही भावना है। अगर हमने पुराने दृष्टिकोण के साथ काम करना जारी रखा होता, तो हमारे कोविड टीकाकरण अभियान की सफलता में कई दशक लग जाते, लेकिन कुशल और सुशासन के हमारे नए दृष्टिकोण के परिणामस्वरूप इसकी सफलता के लिए रिकॉर्ड तोड़ कम समय लग गया है।
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पीएम बोले- देश के आखिरी छोर तक इस मंत्र को ले जाने की जरूरत
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में जो आदिवासी क्षेत्र हैं, ग्रामीण क्षेत्र हैं, वहां आखिरी छोर तक Reaching The Last Mile के मंत्र को ले जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में भी इस पर विशेष ध्यान दिया गया है। 𝐑𝐞𝐚𝐜𝐡𝐢𝐧𝐠 𝐓𝐡𝐞 𝐋𝐚𝐬𝐭 𝐌𝐢𝐥𝐞 के लक्ष्य को पूरा करने के लिए बजट में हजारों करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
Most essential condition for success of any govt work or project is good governance. When work is measurable & constantly monitored, natural that you can meet goals set within a timeframe & get desired results:PM speaks on how Amrit Kaal Budget focuses on 'Reaching the Last Mile' pic.twitter.com/T6AB5BE2fp
— ANI (@ANI) February 27, 2023
पीएम मोदी ने कहा कि 2019 तक हमारे देश के ग्रामीण इलाकों में सिर्फ 3 करोड़ घरों में ही नल से जल जाता था,अब इनकी संख्या बढ़ कर 11 करोड़ से अधिक हो चुकी है। एक साल में ही 60,000 अमृत सरोवर का काम शुरू हुआ और अब तक 30,000 से अधिक बन चुके हैं। यह अभियान दूर-सुदूर लोगों का जीवन सुधार रहे, जो सालों से ऐसी व्यवस्था का इंतज़ार कर रहे थे।
यदि हम स्कूल स्तर पर ही स्टार्टअप्स और डिजिटल मार्केटिंग के लिए संबद्ध कार्यशालाओं को सुनिश्चित करते हैं, तो हमें निश्चित रूप से उत्कृष्ट परिणाम मिलेंगे।
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