Jammu Kashmir News : जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती के दो सुरक्षा कर्मियों यानी पीएसओ को सस्पेंड कर दिया गया। इसे लेकर मां-बेटी ने सरकार पर निशाना साधा। एक दिन पहले इल्तिजा मुफ्ती ने एक्स पर वीडियो शेयर कर जम्मू के सर्किट हाउस में हिरासत में लेने का आरोप लगाया था। आइए जानते हैं कि क्यों सस्पेंड हुए पीएसओ?
पीडीपी की चीफ महबूबा मुफ्ती ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि विडंबना और अन्याय है कि इल्तिजा के दो पीएसओ को बिना किसी गलती के निलंबित कर दिया गया है। उन्हें सिर्फ इसलिए सजा दी गई, क्योंकि इल्तिजा एक अपराधी की तरह अपने घर में कैद होने के बावजूद कठुआ पहुंचने में कामयाब रही। इस बीच सोपोर में वसीम मीर या बिलावर में माखन दीन की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
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मूकदर्शक बनी हुई है राज्य सरकार : महबूबा मुफ्ती
उन्होंने आगे कहा कि सत्ताधारी एनसी सरकार, जो लोगों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने का वादा करके सत्ता में आई थी, मूकदर्शक बनी हुई है। इस तरह वे न सिर्फ अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं, बल्कि इन अन्यायपूर्ण और असामान्य कार्यों को सामान्य बना रहे हैं।
Ironic and unfair that Iltija’s two PSOs have been suspended for no fault of their own. They were punished simply because Iltija managed to reach Kathua despite being confined to her home like a criminal. Meanwhile, there has been no reported action against those responsible for… pic.twitter.com/7ZbAIzHbpi
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) February 10, 2025
#WATCH | Jammu, J&K | PDP leader Iltija Mufti says, “Two of my PSOs who have the responsibility for my security have been suspended but they (State Govt) are not suspending the SHO in Kathua who is running an extortion racket and has created an atmosphere of fear…It is not the… pic.twitter.com/e6lnsKsrL0
— ANI (@ANI) February 10, 2025
कठुआ के SHO को क्यों सस्पेंड नहीं किया गया : इल्तिजा मुफ्ती
पीडीपी नेता इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले उनके दो पीएसओ को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन वे (राज्य सरकार) कठुआ में एसएचओ को निलंबित नहीं कर रहे हैं, जो जबरन वसूली का रैकेट चला रहा है और डर का माहौल बना रहा है। जम्मू कश्मीर की सुरक्षा के बारे में सोचना राज्य या केंद्र सरकार की प्राथमिकता नहीं है।
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उन्होंने आगे कहा कि सीएम उमर अब्दुल्ला को रविवार को कठुआ पहुंचना चाहिए था। वह वहां गई थीं, लेकिन सीएम दिल्ली में लंच कर रहे थे। फारूक अब्दुल्ला को बताना चाहिए कि उनके बेटे सीएम उमर अब्दुल्ला की प्राथमिकताएं क्या हैं। वह कठुआ में एसएचओ का मुद्दा उठाना चाहती हैं, जो युवा लड़कों से पैसे वसूल रहा है और उन्हें प्रताड़ित कर रहा है।