Pariksha Pe Charcha 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले महीने से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए देश भर के बच्चों से परीक्षा पे चर्चा के 7वें संस्करण में बात की। इस दौरान पीएम मोदी ने बच्चों को स्ट्रेस से बचने और परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव का सामना करने के गुरुमंत्र दिए। पीएम मोदी ने परीक्षा पे चर्चा के दौरान न सिर्फ बच्चों के सवालों का जवाब दिया बल्कि अभिभावकों के लिए कुछ चीजें तय की जिसे उन्हें करने से बचना चाहिए। इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के प्रगति मैदान में बने भारत मंडपम में हुआ जिसमें ऑनलाइन तरीके से भी स्टूडेंट्स ने भाग लिया।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए बच्चों का उत्साह बढ़ाया और कहा कि आप आज जहां बैठे हैं, वहां पर दुनिया भर के कई बड़े नेता बैठ चुके हैं। इस दौरान दुनिया भर के कई गंभीर मुद्दों पर भी चर्चा की गई है। इस दौरान बच्चों ने कई तरह के सवाल पीएम मोदी से जिसका उन्होंने आराम से जवाब दिया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi greets the students present at the Bharat Mandapam in Delhi, for 'Pariksha Pe Charcha' 2024. pic.twitter.com/idR1uLJDNX
— ANI (@ANI) January 29, 2024
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तकनीक बोझ नहीं है लेकिन सही उपयोग जरूरी
इस दौरान पीएम मोदी ने बच्चों को मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से बचने की सलाह देते हुए कहा कि किसी भी चीज की अति बुरी होती है। आप लगातार रील देखते हैं और समय कब निकल जाता है वो पता ही नहीं चलता। मां-बाप को भी लगता है कि बेटा मोबाइल से चिपका हुआ है, ऐसे में जहां बच्चों को अपनी प्राथमिकता तय करनी होगी तो वहीं पर पैरेंट्स को भी कुछ कदम उठाने होंगे।
Delhi | Using gadgets should be accompanied by time-tracking tools and applications. Ensure that your gadgets have apps that keep track of your screen time. One should not forget to respect their time while using mobile phones. We should have the wisdom to use technology… pic.twitter.com/Hi1dR9FSzz
— ANI (@ANI) January 29, 2024
पीएम मोदी ने बताए रील्स देखने के नुकसान
पीएम मोदी ने इस दौरान बच्चों को स्क्रीन टाइमर ऑन करने की सलाह दी ताकि उन्हें खुद भी इस बात को अहसास रहे कि अब बस करना चाहिए। पीएम मोदी ने रील्स के नुकसान बताते हुए कहा कि ज्यादा रील्स देखने से न सिर्फ समय बर्बाद होगा बल्कि नींद पूरी नहीं होगी और जो पढ़ा है वो याद नहीं रहेगा।
Delhi | Not only mobile but excess of anything…doesn't do anyone any good. There should be a standard for everything, it has a basis. It is very important to have discretion as to how much of anything should be used. We should not run away from technology but should use it… pic.twitter.com/DoUGlKWeWO
— ANI (@ANI) January 29, 2024
पैरेंट्स को भी दी ये न करने की सीख
घर में स्पर्धा का भाव न बोएं: पीएम मोदी ने अभिभावकों को भी इस मौके पर सलाह देते हुए कहा कि माता-पिता को अपने घर में कॉम्पिटिशन की भावना पैदा करने से बचना चाहिए। कभी वो एक बच्चे के लिए अच्छा बोलते हैं तो कभी दूसरे के लिए, ऐसे में वो जाने-अनजाने प्रतिस्पर्धा का भाव बो देते हैं। मैं पैरेंट्स से यही अपील करता हूं कि वो ऐसा करने से बचें जो आगे चलकर जहरीला बीज बन जाता है।
बच्चों की तुलना करने से बचें पैरेंट्स: पीएम मोदी ने इस दौरान माता-पिता को बच्चों के बीच आपसी प्रतिस्पर्धा से बचने की सलाह भी दी है। पीएम मोदी ने कहा कि आपको किसी और से नहीं बल्कि खुद से कॉम्पिटिशन करने की जरूरत है। अगर कोई आपसे ज्यादा सफल है तो उससे जलन नहीं करनी बल्कि शिक्षा लेकर आगे बढ़ना है। खुद को इन्सपायर कीजिए न कि ईर्ष्या भाव से अपने मन को कुंठित कीजिए।
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "…ये शिक्षक और माता-पिता के लिए सोचने का विषय है कि ऐसा क्या कारण है कि हम पारिवारिक जीवन में भी विश्वास की कमी का अनुभव कर रहे हैं… ये विश्वास की कमी अचानक नहीं होता है। एक लंबे कालखंड से गुजरकर निकलती है। इसलिए हर माता-पिता,… pic.twitter.com/CCgGrUAry4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 29, 2024
ज्यादा ज्ञान देने से बचें पैरेंट्स: पीएम मोदी ने इस दौरान पैरेंट्स को ज्यादा ज्ञान देने से बचने की सलाह भी दी कि अक्सर देखा गया है कि कभी बच्चों को लेकर पिता बोलते रहते हैं, तो कभी मां बोलना शुरू कर देती हैं। जब ये दोनों चुप हो जाती हैं तो बड़ा भाई बोलने लगता है, हमें समझना होगा कि आपकी इन बातों से बच्चे पर दबाव बढ़ता है। आपको उसकी ताकत बनने की कोशिश करनी है न कि उस पर एक्स्ट्रा प्रेशर बनाना है।