नई दिल्ली: चीन ने फिर से दुनिया को संकट में डाल दिया है। कोरोना के केस चीम में अचानक से बढ़ने लगे हैं। नए वैरिएंट BF.7 ने कई देशों में हाहाकार मचा दिया है। ब्लूमबर्ग ने गुरुवार को लंदन स्थित एक एनालिटिक्स फर्म के नए शोध का हवाला देते हुए बताया कि चीन संभवतः दुनिया में अब तक के सबसे बड़े कोविड -19 प्रकोप को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है।
हर दिन हो रही हैं 5,000 मौतें
चीन में हर 24 घंटे में एक लाख कोविड -19 मामले और 5,000 मौतें दर्ज हो रही हैं। एयरफिनिटी लिमिटेड के अनुसार, कोविड प्रोटोकॉल को खत्म करने के बाद चीन में कोरोना आक्रमक हुआ है। रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया कि अगले महीने तक दैनिक नए मामले बढ़कर 3.7 मिलियन हो सकते हैं और मार्च तक 4.2 मिलियन।
आंकड़े छिपा रहा है चीन
चीन ने आज सुबह पिछले 24 घंटों में 3,000 से कम नए मामलों (विदेशी आगमन को छोड़कर) और उस समय में कोविड -19 की शून्य मौतों का दावा किया। सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने टेस्टिंग बूथों को बंद कर दिया है और हर संक्रमण को अपने दैनिक टैली में शामिल करने के प्रयासों को समाप्त कर दिया है। चीन ने कोविड संक्रमणों की कोई विस्तृत संख्या जारी नहीं की है, लेकिन बीजिंग में संक्रमण दर 50 प्रतिशत से अधिक हो सकती है, यहां तक कि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में यह संख्या 70 प्रतिशत से अधिक हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट में गुरुवार को यह जानकारी दी गई है। बीजिंग में श्मशान पूरी क्षमता से चल रहे हैं लेकिन कुछ शवों को जलाने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है स्थिति गंभीर है। रिपोर्ट के अनुसार, ओमिक्रॉन वेरिएंट से अपेक्षाकृत कम लोगों की मौत होती है मगर देश की बड़ी बुजुर्ग आबादी के कारण यह वैरिएंट चीन को भारी झटका दे सकता है।
स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ गई है
चीन के अस्पताल में कोरोना के मरीज भरे पड़े हैं। स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ गई है। लोगों को बेड नहीं मिल रहे हैं। भारत में कोरोना को लेकर सरकार अलर्ट हो गई है। बुधवार को भारत ने नए BF.7 संस्करण के अपने पहले मामलों की पुष्टि की है। तीन गुजरात से और एक ओडिशा से। सरकार ने कहा है कि चारों को अलग-थलग कर दिया गया उनका इलाज किया गया और वे संक्रमण से उबर चुके हैं।