भारत-पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम के बाद चीन ने प्रतिक्रिया दी। चीनी सेना ने सोमवार को उन रिपोर्टों को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें दावा किया गया था कि उसने पिछले हफ्ते भारत के खिलाफ अपने अभियान के दौरान हथियारों की आपूर्ति के साथ अपना सबसे बड़ा सैन्य मालवाहक विमान पाकिस्तान भेजा था। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स (PLAF) ने इस दावों को अफवाह बताया और इसके पीछे के लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स ने चीनी रक्षा मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान में साफ कर दिया कि ऐसा कोई मिशन नहीं हुआ था, जिससे इंटरनेट प्लेटफार्मों पर प्रसारित अटकलों का खंडन हुआ कि चीन का वाई-20 विमान पाकिस्तान को राहत सामग्री पहुंचा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इंटरनेट कानून से परे नहीं है, जो लोग सैन्य संबंधी अफवाहें फैलाते हैं, उन्हें कानूनी रूप से जिम्मेदार ठहराया जाएगा।
चीन ने आतंकवाद पर अपना रुख किया स्पष्ट
यह तब हुआ जब बीजिंग ने पाकिस्तान के इस दावे को खारिज कर दिया कि उसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के खिलाफ चीनी लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया था। इसने अपने आतंकवाद विरोधी रुख पर भी जोर देते हुए कहा कि चीन सभी प्रकार के आतंकवाद का विरोध करता है। हम दोनों पक्षों से शांति और स्थिरता के हित में काम करने, शांत रहने, संयम बरतने और ऐसी कार्रवाई करने से बचने का आग्रह करते हैं, जो स्थिति को और जटिल बना सकती है।
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ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन द्वारा अपने मित्र देश पाकिस्तान के प्रति समर्थन व्यक्त करने के बाद चीनी सेना द्वारा पाकिस्तान की मदद करने की खबरों को बल मिला। इस बीच स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, चीन पाकिस्तान का प्राथमिक हथियार आपूर्तिकर्ता बन गया है, जो 2020 और 2024 के बीच इस्लामाबाद के कुल हथियार आयात का 81 प्रतिशत हिस्सा होगा।
भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी शिविरों को बनाया निशाना
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के काफी अंदर तक सटीक हमले किए। आधिकारिक बयान के अनुसार, इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान में 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया, जो सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने वाले बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के उद्देश्य से की गई व्यापक जवाबी कार्रवाई का हिस्सा था।
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