Operation Sindoor 2: 22 अप्रैल 2025 को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ताबड़तोड़ फैसले लिए थे। जिसमें सिंधु जल समझौता निलंबित करना, पाकिस्तानी नागरिकों का वीज रद्द करना आदि प्रमुख थे। इसके बाद 6 मई की देर रात 1 बजकर 5 मिनट पर पाकिस्तान और पीओके में एयर स्ट्राइक करके 9 आतंकी ठिकाने तबाह कर दिए गए और इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया।
जानकारी के मुताबिक भारत ने करीब 21 आतंकी ठिकानों को चिह्नित करके रखा था, जिसमें अभी सिर्फ 9 ही ध्वस्त हुए हैं। करीब 12 अभी बाकी हैं। भारतीय सेना के अनुसार ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है। इससे एक बात तो साफ हो जाती है कि 6 मई को सिर्फ ट्रेलर था, पिक्चर अभी बाकी है।
11वें दिन हुई थी मीटिंग
पहलगाम हमले के 11वें दिन 3 मई को दिल्ली में एक मीटिंग साउथ ब्लॉक में संपन्न हुई थी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी, एयरफोर्स चीफ मार्शल अरमप्रीत सिंह और नेवी चीफ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी शामिल हुए थे। मीटिंग में तय किया गया था कि पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की जानी है।
इस प्लानिंग में शामिल सभी अधिकारी उसी दिन साउथ ब्लॉक में शिफ्ट हो गए और 5 मई को पीएम मोदी के सामने हमले का प्लान दिखाया, जिसके बाद पहलगाम हमले के बदले की मंजूरी मिल गई।
इसके बाद इंडियन एयरफोर्स ने 6 से 7 मई की आधी रात 1 बजकर 5 मिनट पर पाकिस्तान और पीओके में एयर स्ट्राइक कर दी। करीब 25 मिनट चले इस ऑपरेशन में 7 शहरों के 9 आतंकी ठिकाने तबाह हो गए।
29 अप्रैल को हुई थी बड़ी मीटिंग
3 मई से पहले भी 29 अप्रैल को एक बड़ी मीटिंग हुई थी, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी ने सीडीएस अनिल चौहान, एनएसए अजीत डोभाल और रक्षा मंत्र राजनाथ सिंह के साथ मीटिंग की थी। इसके बाद 3 मई को मीटिंग हुई थी। इसी मीटिंग से तय हुआ था कि 3 मई को दोबारा मीटिंग होगी।
रिपोर्ट्स के अनुसार 3 मई की मीटिंग के बाद टीम को साउथ ब्लॉक में ही क्वारैंटाइन किया गया था, इस दौरान किसी को भी बाहर जाने या किसी अन्य से कॉन्टैक्ट करने की इजाजत नहीं थी। यहां तक कि वे पर्सनल फोन भी इस्तेमाल नहीं कर सकते थे और परिवार से बात करने की भी परमिशन नहीं दी गई थी।
अभी बाकी हैं 12 आतंकी ठिकाने
भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर आतंकवादियों के 9 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था, लेकिन अभी ये ऑपरेशन खत्म नहीं हुआ है। इसका मुख्य कारण यह है कि मीटिंग में कुल 21 आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त करने की बात हुई थी, जिसमें से अभी मात्र 9 ही तबाह हुए हैं। कुल 12 ठिकानों का नेस्तनाबूद होना अभी भी बाकी है।
कौन से हैं 21 ठिकाने?
भारत द्वारा तय किए गए 21 आतंकवादी ठिकानों में सवाई नाला, सैयदना बिलाल, मस्कर-ए-अवसा, छेलाबंदी, अब्दुल्लाह बिन मसूद, दुलाई, गढ़ी हबीबुल्लाह, बतरासी, बालाकोट, ओघी, बोई, सेनसा, गुलपुर, कोटली, बराली, डुंगी, बरनाला, महमूना जोया-सियालकोट, सरजल, मुरीदके, बहावलपुर थे।
इसमें सवाई कैंप, सैयदना बिलाल, गुलपुर, कोटली, बरनाला, महमूना जोया-सियालकोट, सरजल, मुरीदके, बहावलपुर को अभी तबाह किया गया है। अभी कुल 12 ठिकाने शेष हैं, जिनमें मस्कर-ए-अवसा, छेलाबंदी, अब्दुल्लाह बिन मसूद, दुलाई, गढ़ी हबीबुल्लाह, बतरासी, बालाकोट, ओघी, बोई, सेनसा, बराली, डुंगी जल्द ही इनपर भी कार्रवाई देखने को मिल सकती है।
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