Onion Price Latest Update: टमाटर के बाद अब प्याज लोगों को रुलाने लगा है, क्योंकि प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं। सबसे बड़ी प्याज मंडी मुंबई के लासल गांव में प्याज की कीमतें शनिवार को 5200 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गईं। अनुमान जताया जा रहा है कि इस बार दिवाली के दिनों में भी प्याज लोगों को रुलाएगा। सितंबर महीने में जो प्याज 35 से 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, वही देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 70 रुपये से लेकर 90 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। अनुमान है कि आने वाले कुछ दिनों में प्याज 100 के आंकड़े को भी पार कर देगा।
कीमतों में 100 फीसदी का उछाल देखने को मिल रहा
मुंबई में अंधेरी पूर्व के एक प्याज विक्रेता के अनुसार, लासल गांव में गुरुवार और शुक्रवार को प्याज की कीमतें 4100 रुपये प्रति क्विंटल का भाव था, लेकिन शनिवार के दिन जब बाजार खुला तो कीमत में भारी उछाल देखने को मिला। कीमतें 5200 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गईं। शनिवार को लासल गांव प्याज मंडी में प्याज की औसतन कीमत 4900 रुपये रही। पिछले एक महीने में प्याज की कीमतों पर नजर डालें तो पिछले महीने की 18 तारीख से लासल गांव में प्याज की कीमत 2430 रुपये प्रति क्विंटल चल रही थी। अक्टूबर के अंत तक प्याज की कीमतों में 100 फीसदी का उछाल देखने को मिल रहा है।
बारिश के कारण प्याज की फसल खराब हो गई थी
नवी मुंबई की APMC मार्केट की अगर बात करें तो गुरुवार के दिन प्याज की कीमत 4 हजार से 5500 रुपये प्रति क्विंटल का भाव था, लेकिन शनिवार के दिन कीमत बढ़कर 5500 से 6200 रुपये तक पहुंच गई। नवी मुंबई के APMC व्यापारियों के अनुसार, जून जुलाई में जो बारिश हुई थी, वह हुई नहीं, जिसकी वजह से जो नया प्याज अक्टूबर में आना था, वह नहीं आ पाया। पुराने प्याज का स्टॉक खत्म हो चुका है। यह तेजी नवंबर तक रहेगी। दिसंबर महीने में प्याज के दाम वापस रिवर्स होने शुरू होंगे। एक तरफ जहां प्याज की बढ़ती कीमत से आम लोग परेशान हैं, वहीं दूसरी और किसान के चेहरे खिले खिले दिख रहे हैं।
दिसंबर तक प्याज की कीमतें बढ़ते रहने की उम्मीद
महाराष्ट्र प्याज उत्पादक किसान संगठन के अध्यक्ष भरत दीघोले ने कहा कि पिछले 7 से 8 महीनों से किसानों को प्याज के कम दाम मिल रहे थे, लेकिन पिछले 10 दिनों से दामों में वृद्धि हुई है, लेकिन इसका फायदा डायरेक्ट किसानों को होता नहीं दिख रहा है। जब प्याज से मुनाफा कमाने का वक़्त था, केंद्र सरकार ने अगस्त महीने में प्याज पर 40 फीसदी निर्यात शुल्क लगा दिया। केंद्र सरकार को प्याज पर एक अच्छी नीति बनाना चाहिए, ताकि लोगों को महंगे प्याज न खरीदना पड़े और न ही किसानों को नुकसान उठाना पड़े। रिपोर्ट की मानें तो प्याज की कीमतें दिसंबर तक बढ़ती रहने का अनुमान है।