Jammu&Kashmir: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा चुनाव कराने में हो रही देरी पर मंगलवार को चुनाव आयोग पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चुनाव नागरिकों का अधिकार है। चुनाव आयोग को बताना चाहिए कि केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव क्यों नहीं हो रहे हैं?
उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘चुनाव हमारा अधिकार है। अगर वे जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों को छीनना चाहते हैं और इससे उन्हें किसी तरह की संतुष्टि मिलती है, तो ऐसा करें। हमारा भी स्वाभिमान है। हम उनके आगे नहीं झुकेंगे। चुनाव आयोग को इसका जवाब देना चाहिए, हम उनसे सुनना चाहते हैं।’
चुनाव आयोग (ईसी) पर सवाल उठाते हुए उमर अब्दुल्ला ने पूछा, ‘क्या भारत के चुनाव आयोग पर कोई दबाव है कि वह यहां चुनावों में देरी कर रहा है? अगर कोई दबाव है, तो चुनाव आयोग को निर्भीकता से कहना चाहिए कि चुनाव को लेकर उन पर दबाव है और वे चुनाव नहीं करा सकते। जरूर कुछ गड़बड़ है।’
#WATCH चुनाव हमारा हक है, जम्मू-कश्मीर के लोग चुनाव चाहते हैं। अगर चुनाव आयोग पर कोई दबाव है तो वे कहें कि हम पर दबाव है और हम चुनाव नहीं करवा सकते हैं। हालात ख़राब हो चुके हैं, जी20 का आयोजन कर हालात पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही: नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला,… pic.twitter.com/zMT6E6iWEk
---विज्ञापन---— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 6, 2023
मार्च को ईसीआई से की थी मुलाकात
जम्मू-कश्मीर में चुनाव की मांग को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने मार्च में दिल्ली में ईसीआई से मुलाकात की थी। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और उमर अब्दुल्ला के पिता फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती और कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में शामिल थे।
मुलाकात के बाद अब्दुल्ला ने कहा था कि चुनाव आयोग ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह इस मामले को देखेंगे। ईसी ने हमें आश्वासन दिया है कि वे इस मामले को देख रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक राज्य जो भारत का ताज है, उसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। हम जम्मू-कश्मीर में एक लोकतांत्रिक सरकार चाहते हैं।
बीजेपी को हार की डर, इसलिए नहीं करा रहे चुनाव
उमर अब्दुल्ला ने पहले भी कहा था कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं कराने के पीछे भाजपा का कारण यह है कि वे हारने से डरते हैं।
उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि बीजेपी जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने से डरती है क्योंकि वह जानती है कि वह न केवल कश्मीर में बल्कि जम्मू में भी बुरी तरह हारेगी। अगर वे त्रिपुरा और नागालैंड और कर्नाटक में चुनाव करा सकते हैं, तो वे उन्हें यहां क्यों नहीं करा रहे हैं? क्योंकि वे जानते हैं कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर को बर्बाद कर दिया है और वे यहां बुरी तरह हारेंगे।
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