Odisha: केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने ओडिशा के भुवनेश्वर में कहा कि लोकतंत्र हमारे खून में है। भारतीय न्यायपालिका की आजादी और लोकतंत्र पर कोई सवाल नहीं खड़ा कर सकता है। वे भुवनेश्वर में सेंट्रल गवर्नमेंट लॉ ऑफिसर्स कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत विरोधी विदेशी ताकतें टुकड़े-टुकड़े गैंग की मदद से भारत पर हमला करती हैं।
रिजिजू ने कहा कि आजादी के नाम पर किसी को कुछ भी करने की छूट नहीं दी जा सकती है। अगरा ऐसा हुआ तो कानून व्यवस्था का क्या हाल होगा?
न्यायपालिका की आलोचना सही संकेत नहीं
कानून मंत्री ने बिना किसी नेता का नाम लिए कहा कि देश के भीतर और बाहर यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि भारतीय न्यायपालिका संकट में है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सोशल मीडिया पर न्यायमूर्तियों के लिए भला बुरा कहा जाता है। मैं बता दूं कि न्यायपालिका की इस तरह आलोचना सही संकेत नहीं है।
These gang get active support from Anti-India foreign entities to launch frontal attack against India. Systematically they will assault the credibility of the Indian democracy, Indian Govt, Judiciary & all Critical Organs like Defence, Election Commision, Investigating Agencies
---विज्ञापन---— Kiren Rijiju (मोदी का परिवार) (@KirenRijiju) March 5, 2023
सख्त कानून बनाने होंगे, तभी आजादी बचेगी
रिजिजू ने कहा कि हमें भारत को सुरक्षित बनाने के लिए सख्त कानून बनाने होंगे। इसे बिना आजादी नहीं बचेगी। जिस तरह एक बॉडी बिल्डर को शेप में आने के लिए खूब पसीना बहाना पड़ता है, उसी तरह आजादी और अधिकार पाने के लिए हमें कई चीजों का त्याग करना होगा।
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