‘गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन मंगलवार से शुरू हो गया। दो दिवसीय अधिवेशन के पहले दिन कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई। सीडब्ल्यूसी की इस बैठक में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पार्टी की रणनीति और सामाजिक समीकरणों को लेकर अपनी बात रखी। सीडब्ल्यूसी की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संबोधन से हुई। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जिक्र से अपने संबोधन की शुरुआत की और कहा कि यह साल महात्मा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की शताब्दी है।
क्या कहा राहुल गांधी ने?
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने कहा कि पिछड़े हमसे दूर हो गए।’ कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं को दलित, पिछड़े, आदिवासी, अल्पसंख्यक और महिलाओं की आवाज बनने को कहा। उन्होंने पार्टी संगठन को नया रूप देने के लिए वंचित समाज के लोगों को उनकी आबादी के अनुसार संगठन और कांग्रेस की सरकारों में जगह देने की बात कही। साथ ही उन्होंने कांग्रेस पार्टी को सवर्ण वोट बैंक से इतर ज्यादा आबादी वाले पिछड़ी, दलित और मुस्लिम आबादी की तरफ झुकने की बात कही।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महात्मा गांधी के साथ सरदार वल्लभ भाई पटेल, दादाभाई नैरोजी को भी याद किया और कहा कि गुजरात में जन्मीं इन हस्तियों ने कांग्रेस का नाम दुनियाभर में रोशन किया। ये सभी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रहे। गांधी जी ने हमें अन्याय के खिलाफ सत्य और अहिंसा का हथियार दिया।
कल होगी ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (AICC) की बैठक
अहमदाबाद में कांग्रेस पार्टी बुधवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (AICC) की बैठक आयोजित करेगी। कार्यक्रम सुबह 9.30 बजे ध्वजारोहण के साथ शुरू होगा। इस बैठक में कौन से और कैसे प्रस्ताव पारित किए जाएंगे, इसे आज सीडब्ल्यूसी में तय किया गया। बुधवार को AICC अधिवेशन में गुजरात की वास्तविक स्थिति पर एक प्रस्ताव पास किया जाएगा। इसमें बताया जाएगा कि कैसे गुजरात के विकास का एक झूठा नरेटिव बनाया गया है, जबकि गुजरात में हालात बहुत खराब हैं। वहीं, दूसरा प्रस्ताव राष्ट्रीय एकता पर लाया जाएगा। बुधवार को बैठक साबरमती के तट पर साबरमती रिवर फ्रंट इवेंट सेंटर (पालडी, अहमदाबाद) में होगा। इसमें AICC के सभी करीब 1700 मेंबर उपस्थित होकर सम्मलेन में हिस्सा लेंगे।
कल लाए जा सकते हैं ये प्रस्ताव
कल अधिवेशन में प्रस्ताव लाया जा सकता है कि कैसे कांग्रेस का निश्चित वोट आधार हो और इसे कैसे बनाए जाए। जो लोग हाशिए पर हैं या वंचित हैं उनकी पैरोकारी की कैसे की जाए। एनडीए की काट का जातीय गुणा-गणित भी इस बैठक में लगाया जा सकता है। इसके अलावा आरक्षण का दायरा बढ़ाने, पिछड़ों को मुख्यधारा में लाने और जो काम सपा या आरजेडी नहीं कर पा रहे हैं, उसे करने को लेकर मंथन हो सकता है। इस बैठक में संगठित होकर गरीबों और पिछड़ों की आवाज बनने और हिंदुत्व का जवाब जातीय गुणा-गणित से दिया जा सकता है। साथ ही छोटी पार्टियों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की तैयारी को भी इस बैठक में अमलीजामा पहनाया जा सकता है।