SIPRI Relased Report on Nuclear Arsenal: इजराइल-हमास, रूस-यूक्रेन, चीन-ताइवान के बीच चल रहे तनाव के बीच भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की खबरें सामने आने लगी हैं। क्योंकि कश्मीर में पिछले 2 से 3 महीने में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। पिछले हफ्ते आतंकियों ने वैष्णो देवी जा रहे श्रद्धालुओं की बस पर आतंकी हमला किया था, जिसमें 9 श्रद्धालु मारे गए थे। चीन के साथ भी गलवान घटना के बाद भारत के रिश्ते खराब हुए हैं।
रूस और नॉर्थ कोरिया पहले से ही अमेरिका के दुश्मन हैं, लेकिन दुनियाभर में बड़े देशों के आपस में तल्ख होते रिश्तों के बीच परमाणु हथियारों को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है। स्वीडिश थिंक टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) ने यह रिपोर्ट जारी की, जिसमें बताया गया है कि भारत के पास कितने परमाणु बम हैं? चीन और पाकिस्तान के पास परमाणु हथियारों का कितना भंडार है? रिपोर्ट के खुलासे जानकार चौंक जाएंगे।
2 देशों के पास कुल हथियारों का 90% हिस्सा
SIPRI की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के पास पाकिस्तान से ज्यादा परमाणु हथियार हैं, जबकि चीन ने अपने परमाणु हथियारों को जनवरी 2023 में 410 से बढ़ाकर जनवरी 2024 तक 500 कर लिया है और इसके बढ़ते रहने की उम्मीद है। रूस और अमेरिका के पास कुल परमाणु हथियारों का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा है।
अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया और इजरायल सहित 9 देशों ने अपने परमाणु हथियारों का आधुनिकीकारण किया है। जनवरी 2024 में भारत के पास 172 परमाणु हथियार। पाकिस्तान के पास 170 हथियार हैं। भारत लंबी दूरी तक मार करने वाले परमाणु हथियारों पर ज्यादा जोर दे रहा है, ताकि उनकी क्षमता चीन तक पहुंचने की हो।
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चीन के पास रूस-अमेरिका से कम हथियार
SIPRI की रिपोर्ट के अनुसार, रूस और अमेरिका ने बैलिस्टिक मिसाइलों पर तैनात किए गए लगभग 2100 वॉरहेड्स को हाई ऑपरेशनल अलर्ट की स्थिति में रखा हुआ है। चीन के कुछ वॉरहेड्स भी हाई ऑपरेशनल अलर्ट पर हैं। रूस ने जनवरी 2023 की तुलना में 36 से ज्यादा वॉरहेड तैनात कर लिए हैं। चीन के परमाणु हथियारों का भंडार अभी भी रूस या अमेरिका के भंडार की तुलना में काफी छोटा है, लेकिन वह इसमें इजाफा करने के लिए प्रयासरत है।
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