New Delhi railway station Stampede Postmortem Reports: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ के दौरान 18 लोगों की मौत के कुछ दिनों बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उनमें से 15 की मौत ट्रॉमेटिक एस्पिफक्सया (Traumatic Asphyxia) यानी दम घुटने से हुई, जबकि दो की मौत सीने पर तेज चोट लगने के कारण रक्तस्रावी सदमे (Hemorrhagic Shock) के कारण हुई। वहीं, एक की मौत सिर पर गहरी चोट लगने के कारण हुई। मृतकों में से 5 का पोस्टमार्टम राम मनोहर लोहिया अस्पताल, 10 का पोस्टमार्टम मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज और 3 का लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में कराया गया था। पिछले रविवार को रात 2.30 बजे से सुबह 7 बजे के बीच पोस्टमॉर्टम किया गया।
पुलिस शनिवार को सौंपेगी रिपोर्ट
रेल मंत्रालय ने घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की है और समिति ने ऑफिशियल कम्युनिकेशन में दिल्ली पुलिस से सभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है। पुलिस शनिवार को उच्च स्तरीय जांच समिति को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सौंपेगी। उच्च स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस इस घटना में मामला दर्ज करेगी। बता दें कि घटना के बाद दो सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी मामले की जांच कर रही है। जांच के दौरान कमेटी की टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और टीम ने 203 सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को अपने कब्जे में लिया है। साथ ही घटना के दौरान स्टेशन पर तैनात होने वाले विभिन्न विभागों के कर्मियों की जानकारी हासिल की है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि उच्च स्तरीय कमेटी के साथ राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) भी घटना के बाद अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी।
रिपोर्ट आने के बाद दर्ज होगा मामला
सूत्रों के मुताबिक, उच्च स्तरीय कमेटी की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस अपनी जांच में आए साक्ष्यों का मिलान करेगी। उसके बाद ही पुलिस मामला दर्ज करेगी। रेलवे पुलिस उपायुक्त केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन में हुई घटना में पुलिस रेलवे की उच्च स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। इधर रेलवे पुलिस ने भी अपनी तरफ से जांच पूरी कर ली है। रेलवे की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
भगदड़ में बेहोश होने के बाद गई जान
कानूनी जांच से संबंधित दस्तावेजों (Inquest Papers) के अनुसार ब्रीफ हिस्ट्री कॉलम में सभी पोस्टमॉर्टम रिपोर्टों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि मृतक 15 फरवरी को रात करीब 9 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज नंबर 3 पर भगदड़ के बाद बेहोश हो गया था। डॉक्टरों ने दो मृतकों की ऑटोप्सी रिपोर्ट (Rutopsy Reports) में कहा है कि दो पीड़ितों की मौत का कारण… रक्तस्रावी आघात (Hemorrhagic Shock) और सीने पर गहरी चोट लगने से दाहिने फेफड़े और हृदय पर चोट के कारण हुई है। वहीं, एक पीड़ित की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने कहा कि मौत का कारण सिर और छाती पर किसी भारी वस्तु के प्रहार के कारण मस्तिष्क में चोट और फेफड़ों को क्षति पहुंचना था।
शव लेने गए परिजनों को दी गई नकदी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले रविवार की सुबह जब मृतकों के परिवार वाले शव लेने अस्पताल आए तो उन्हें नकदी की गड्डियां सौंपी गईं। ऐसा तब हुआ जब सरकार ने घोषणा की कि वह मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। अधिकारियों ने रिश्तेदारों से शव तुरंत ले जाने को कहा और यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को भी तैनात किया कि वे नकदी के साथ सुरक्षित घर पहुंच जाएं। जो नकदी परिजनों को दिए गए उसमें 100 रुपये और 500 रुपये के नोटों के बंडल शामिल थे।
कैसे मची थी भगदड़?
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के एक आरपीएफ इंस्पेक्टर ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा था कि 15 फरवरी को रात करीब 8.45 बजे घोषणा की गई थी कि प्रयागराज जाने वाली कुंभ स्पेशल ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होगी, लेकिन कुछ समय बाद एक और घोषणा की गई कि कुंभ स्पेशल प्लेटफॉर्म नंबर 16 से रवाना होगी। जिसके कारण यात्रियों के बीच भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई थी।