India US Realtion : भारत पर अमेरिका ने 50 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया, जिससे दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ते चले गए। लेकिन अब डोनाल्ड ट्रंप के बयानों और उस पर प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया से सकारात्मक नतीजे निकलने की उम्मीद है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयानों से दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की संभावना जताई जा रही है। अब दोनों ने एक-दूसरे से मुलाकात और बातचीत के लिए उत्सुकता जाहिर की है। इसी बीच दोनों के बीच बढ़ती दोस्ती पर आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने तीखा हमला बोला है।
ट्रंप ने क्या कहा?
दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने एक पोस्ट लिखकर कहा है कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका, दोनों देशों के बीच व्यापार रुकावटों को दूर करने के लिए बातचीत जारी रखे हुए हैं। मैं आने वाले हफ्तों में अपने बहुत अच्छे दोस्त, प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के लिए उत्सुक हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे दोनों महान देशों के लिए एक सफल निष्कर्ष पर पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं होगी!
पीएम मोदी का जवाब
ट्रंप के इस पोस्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया दी और सोशल मीडिया पर लिखा कि भारत और अमेरिका घनिष्ठ मित्र और स्वाभाविक साझेदार हैं। मुझे विश्वास है कि हमारी व्यापार बातचीत भारत-अमेरिका साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करने का मार्ग प्रशस्त करेंगी। हमारी टीमें इन चर्चाओं को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए काम कर रही हैं। मैं राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत के लिए भी उत्सुक हूं। हम दोनों देशों के लोगों के लिए एक उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करेंगे।
यह भी पढ़ें : दोहा हमलों पर ट्रंप का बयान बोले- ‘जानकर बुरा लगा लेकिन हमास का सफाया जरूरी’
भड़के अरिवंद केजरीवाल
अब इस पर AAP नेता अरविंद केजरीवाल ने नाराजगी जताई है और कहा है कि ट्रंप को खुश करने के लिए देश भर के कपास किसानों को दांव पर लगा दिया गया है। दोनों देशों के बीच ये कैसी बातचीत चल रही है? केवल एकतरफा बातचीत? अपने किसानों, व्यापारियों और युवाओं के रोजगार को ताक पर रखकर भारतीय बाजार को पूरी तरह से अमेरिकियों के लिए खोला जा रहा है। अगर पूरे भारतीय बाजार पर अमेरिकियों का कब्जा हो गया तो हमारे लोग कहां जाएंगे? ट्रंप के सामने ऐसा सरेंडर न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए घातक है, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का अपमान भी है। देश उम्मीद करता है कि प्रधानमंत्री जी कमजोर नहीं पड़ेंगे और देश के मान की रक्षा करेंगे।