Meghalaya Curfew: चुनाव परिणाम के बाद मेघालय के सहसनियांग गांव में हिंसा की खबरों के बीच कर्फ्यू लगा दिया गया है। पश्चिम जयंतिया हिल्स के जिला प्रशासन ने गुरुवार को मेघालय के सहसनियांग गांव में अगले आदेश तक कर्फ्यू की घोषणा की। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, राज्य में चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद कुछ इलाकों से हिंसा की खबरें आई।
आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है, “सहसनियांग गांव में मतगणना के बाद की हिंसा की सूचना मिली है और अगर ध्यान नहीं दिया गया तो हिंसा फैल सकती है और तेज हो सकती है।” आदेश में आगे कहा गया है, “हिंसा को तुरंत रोकने और क्षेत्र में सार्वजनिक शांति बहाल करने के लिए इन क्षेत्रों में कर्फ्यू की घोषणा की जाती है।”
NPP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी
चुनाव आयोग ने कहा कि मेघालय में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) गुरुवार को राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी, जिसने 59 निर्वाचन क्षेत्रों में से 26 सीटों पर जीत हासिल की। संगमा की पार्टी चुनाव में बहुमत हासिल करने से थोड़ा पीछे रह गई।
उधर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मेघालय के उनके समकक्ष कोनराड के संगमा ने नई सरकार बनाने में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का समर्थन मांगा है। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी 2018 की तरह इस चुनाव में भी केवल दो सीटें जीतने में सफल रही।
संगमा सरकार में सहयोगी यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) ने 11 सीटों पर जीत हासिल की और राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी। यूडीपी ने 2018 के चुनावों में केवल छह सीटें जीती थीं। वहीं, कांग्रेस और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने पांच-पांच सीटें जीतीं।
कांग्रेस और टीएमसी को 5-5 सीटें
नवगठित वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी (वीपीपी) ने चार सीटें जीतीं, जबकि हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी), पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट ने दो-दो सीटें जीतीं। दो निर्दलीय प्रत्याशी भी विजयी हुए। चुनाव आयोग के आंकड़ों से पता चलता है कि संगमा ने दक्षिण तुरा सीट पर 5,016 वोटों के अंतर से जीत हासिल की, जबकि डिप्टी सीएम प्रेस्टोन टायन्सॉन्ग ने 8,140 वोटों से पाइनर्स्ला सीट से जीत दर्ज की।