जालना: मराठा आरक्षण को लेकर जालना के अंतरावली सराटी में आमरण अनशन करने वाले मनोज जरांगे पाटिल ने 11 सवाल पूछकर महाराष्ट्र की शिंदे-फड़नवीस-पवार सरकार को घेरने का प्रयास किया है। अनशन के तीसरे दिन सरकार ने आरक्षण का कोई फैसला नहीं लेने के बाद जरांगे ने सवालों की बौछार कर दी है। ये सारे सवाल आरक्षण को लेकर हैं, जिनका जवाब मराठा समाज को मिले यह मांग जरांगे ने की है।
मनोज जरांगे के 11 सवाल
- सरकार मराठा समाज को कुनबी समाज का प्रमाणपत्र देने के लिए विशेष अधिवेशन बुलाया जायेगा क्या
- सीएम और डीसीएम ने पीएम मोदी से दिल्ली मिलने गये थे तो क्या मोदीजी को बताया गया मराठा आरक्षण को लेकर या महाराष्ट्र में आने के बाद बताया यह कल बताएं
- सरकार ने शिंदे समिति गठित की थी, उसे 10 हजार सबूत मिले हैं। अब समिति का कामकाज रोककर क्या उस सबूत के आधार पर मराठा समाज को कुनबी समाज का प्रमाणपत्र देंगे
- जिन-जिन जातियों को आरक्षण मिला है 1967 से 2023 तक सबूत के आधार पर वो सबूत के साथ सरकार ने कल तक ज़ाहिर करना चाहिएयह भी पढ़ें: ‘आरक्षण ही मेरा इलाज…’, अनशन पर डटे जरांगे का बयान, राजनीतिक दलों को दी चेतावनी
- कौनसी कौनसी जाती को आरक्षण बिना सबूत के दिया गया वो कल पेश करे
- जिन-जिन जातियों को व्यवसाय के आधार पर आरक्षण दिया गया या और किसी और आधार पर आरक्षण दिया वो कल जाहिर करे
- जो-जो जातियां आरक्षण में शामिल की गई है, उन्हें क्या निकष के तहत आरक्षण में शामिल किया गया यह कल सरकार बताए
- जिन-जिन जातियों का सर्वे 10 साल के बाद करना था उन जातियों का सर्वे 10 साल में किया गया क्या सरकार बताए
- जो-जो जाति प्रगत हुई हैं, उन जातियों को आरक्षण के बाहर निकाला यह लिखा गया है क्या इसका जवाब सरकार हमें दे
- मंडल कमीशन ने 14% आरक्षण ओबीसी को दिया था। फिर चार साल में किस निष्कर्ष के आधार पर सरकार ने 30% आरक्षण दिया, यह कल तक सरकार बताए
- जिन जिन जातियों का समावेश आरक्षण में किया गया उनके उपजाती और सह जातियों का समावेश किया गया क्या और क्या निकश लगाए गए कल सरकार बताएयह भी पढ़ें: कांग्रेस ने तेलंगाना में 45 उम्मीदवारों की जारी की दूसरी सूची, सांसद रहे क्रिकेटर अजहरुद्दीन लड़ेंगे विधायकी का चुनाव
अब उठ रहे कुछ और भी सवाल
क्या सत्ता पक्ष क्या विपक्ष सभी के लिए अंतरावली सराटी गांव के दरवाजे आमरण अनशन करने वाले मनोज जरांगे पाटिल ने बंद कर दिए हैं। फिलहाल सरकार से कोई बातचीत नहीं हैं। ऐसे में अब सवाल यह है की क्या महाराष्ट्र की सरकार जरांगे के सवालों का जवाब देगी। 11 सवालों के जवाब के लिए कल शाम 6 बजे का वक्त दिया गया है जवाब ना मिलने पर मनोज जरांगे ने कहाँ है कि वो इन सवालो का जवाब देकर सरकार का मुखौटा फाड़ेंगे।