Manipur Violence: मणिपुर हिंसा को रोकने के लिए राज्य सरकार ने गुरुवार शाम सख्त कदम उठाया है। राज्यपाल ने राज्य के सभी हिंसाग्रस्त इलाकों में दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का निर्देश जारी किए हैं। राज्य सरकार ने राज्यपाल के पास यह प्रस्ताव भोजा था। जिसे उपराज्यपाल ने गुरुवार शाम अपनी मंजूरी दे दी है।
हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में धारा 144 लागू
इससे पहले दिन में मणिपुर के हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में धारा 144 लागई गई थी। जिसके बाद इन क्षेत्रों में भीड़ को एक जगह एकत्रित होने पर मनाई है। इसके अलावा अगले पांच दिनों तक इन क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। दरअसल, मणिपुर में आदिवासी आंदोलन के दौरान बुधवार को हिंसा शुरू हुई थी।
हिंसा की चपेट में कुल करीब आठ जिले
अब तक हिंसा की चपेट में कुल करीब आठ जिले आ चुके हैं। मणिपुर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए असम राइफल्स की 34 और सेना की 9 कंपनियां तैनात की गई हैं। दिल्ली से गृह मंत्रालय ने रैपिड एक्शन फोर्स की भी पांच कंपनियों को मणिपुर भेजा है। अभी तक करीब 7500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा चुका है। मणिपुर में इम्फाल वेस्ट, काकचिंग, थौबाल, जिरिबाम, बिष्णुपुर, चुराचांदपुर, कांगपोकपी और तेंगनौपाल में कर्फ्यू लगा दिया गया है।