Maharashtra Cabinet Portfolio: महाराष्ट्र में कई दिनों से लटके पड़े विभागों का बंटवारा शुक्रवार को कर दिया गया। पिछले महीने अपने चाचा और पार्टी प्रमुख शरद पवार से बगावत कर शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजित पवार को महाराष्ट्र के खजाने की चाबी से पुरस्कृत किया गया है। अजित पवार को वित्त मंत्रालय दिया गया है। उनके हिस्से में योजना विभाग भी आया है।
अजित पवार के अलावा कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल को खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग मिला है। वहीं, कैबिनेट मंत्री अनिल पाटिल को राहत और पुनर्वास, आपदा प्रबंधन विभाग और अदिती सुनील तटकरे को महिला एवं बाल विकास दिया गया। धनंजय मुंडे को कृषि और दिलीप वाल्से पाटिल को राजस्व, पशुपालन और डेयरी विकास विभाग मिला है।
कैबिनेट मंत्री अनिल पाटिल को राहत और पुनर्वास, आपदा प्रबंधन विभाग, अदिती सुनील तटकरे को महिला एवं बाल विकास, धनंजय मुंडे को कृषि और दिलीप वाल्से पाटिल को राजस्व, पशुपालन और डेयरी विकास विभाग मिला।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 14, 2023
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जानें किसे क्या मिला?
अजित पवार- वित्त और योजना
धनंजय मुंडे- कृषि
दिलीप वलसे पाटिल- राजस्व, पशुपालन और डेयरी विकास विभाग
हसन मुश्रीफ- चिकित्सा शिक्षा
छगन भुजबल- खाद्य और नागरिक आपूर्ति
अनिल भाईदास पाटिल- राहत और पुनर्वास, आपदा प्रबंधन विभाग
अदिती सुनील तटकरे- महिला एवं बाल विकास
धर्मराव अत्राम- खाद्य एवं औषधि प्रशासन
संजय बनसोडे- खेल और युवा कल्याण और बंदरगाह विभाग
खास बात ये है कि विभागों के बंटवारे में सबसे ज्यादा नुकसान भाजपा को हुआ है। धनंजय मुंडे को कृषि विभाग शिंदे खेमे से मिला है। यह विभाग पहले अब्दुल सत्तार के पास था। सुबह ही अजित ने राज्यपाल को भेजी गई पोर्टफोलियो वितरण सूची की पुष्टि की थी।
क्यों देरी से बांटे गए विभाग?
2 जुलाई को महाराष्ट्र सरकार में अजित पवार समेत एनसीपी के आठ विधायकों को शपथ दिलाई गई थी। सत्तारूढ़ शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन में शामिल राकांपा नेताओं के शामिल होने के बाद से मंत्रियों के बीच विभागों के आवंटन को लेकर खींचतान शुरू हो गई थी। अजित पवार खेमे और एकनाथ शिंदे गुट के बीच गतिरोध के कारण मंत्रिमंडल विस्तार में कई हफ्तों की देरी हुई।
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में अब मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्रियों के अलावा भाजपा से नौ, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से नौ और राकांपा से नौ मंत्री हैं। इसमें अधिकतम 43 सदस्य हो सकते हैं।
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