Shehla Rashid Praised PM Modi Kashmir Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जम्मू कश्मीर जा रहे हैं। वे श्रीनगर में करीब 5 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे, जिसमें प्रतिष्ठित मुस्लिम तीर्थस्थलों में से एक हजरतबल दरगाह की विकास परियोजना भी शामिल है, लेकिन उनके दौरे से पहले उनकी कट्टर आलोचक रहीं शेहला रशीद काफी सुर्खियों में हैं, क्योंकि शेहला ने एक बार फिर PM मोदी की तारीफ की और अपने X हैंडल पर पोस्ट लिखकर #salaammodiji भी लिखा।
देखिए शेहला रशीद ने प्रधानमंत्री ने लिए क्या-क्या लिखा?
Srinagar is brimming with excitement. Young and old alike await the arrival of Hon’ble PM @narendramodi ji to our reshivaer, our Satisar, the abode of our shared heritage. Thank you for taking the time out of your busy schedule to visit us! #SalaamModiJi #Kashmir pic.twitter.com/lKhRfoPsQB
---विज्ञापन---— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) March 6, 2024
While a PM’s visit is always accompanied by a developmental package, it’s less about the package and announcements, and more about who Modi ji is, and what he represents for the region. #SalaamModiJi from the youth of the valley!
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) March 6, 2024
शेहला पहले भी एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा की काफी तारीफ कर चुकी हैं, जबकि वे कभी भाजपा और PM मोदी की कट्टर आलोचक थीं, सुनिए क्या कहा था?
What caused my change of heart is the realisation that the Hon’ble PM @narendramodi is a selfless man who is taking radical decisions to transform India. He has braved intense criticism but remained steadfast to his vision of inclusive development that leaves no one behind. pic.twitter.com/s06cA2Q2ua
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) November 16, 2023
शेहला राशिद के बारे में अहम जानकारियां
– जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर की रहने वाली हैं।
– NIT श्रीनगर से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री होल्डर हैं।
– HCL टेक्नोलॉजी में बतौर इंजीनियर नौकरी की।
– JNU से समाजशास्त्र में MA, MPHIL, PHD की।
– जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) की उपाध्यक्ष रहीं।
– ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) की सदस्य रहीं।
A true leader is one who unites people across barriers of identity, ideology, language, religion, etc. PM @narendramodi ji through his integrity, humility, and vision has united people across regions, faiths, age groups and genders #SalaamModiJi and welcome to our beautiful… pic.twitter.com/xFIPHcmDtW
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) March 6, 2024
JNU कांड से नाता, देशद्रोह-राजद्रोह केस
शेहला ने कन्हैया कुमार, उमर खालिद की रिहाई के लिए छात्र आंदोलन छेड़ा था। फरवरी 2016 में JNU में भारत विरोधी नारेबाजी की थी। इसलिए पुलिस ने उनके खिलाफ देशद्रोह का आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया। 18 अगस्त 2019 को ट्वीट करके भारतीय सेना पर कश्मीर के लोगों पर अत्याचार करने के आरोप भी लगाए थे। इसका विरोध जताते हुए सेना ने शेहला के खिलाफ दिल्ली पुलिस स्टेशन में राजद्रोह का केस दर्ज कराया था।
On a lighter note, must appreciate PM’s collection of beautiful Kashmiri shawls😀Kashmir’s unique Pashmina craft has received the GI certification through the efforts of government of India and @OfficeOfLGJandK administration.
In the first image you see a hand-woven Kaani shawl… pic.twitter.com/OiLqpcdkkR
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) March 6, 2024
पिता ने मनी लॉन्ड्रिंग और देशद्रोह के आरोप लगाए
शेहला पर उनके पिता अब्दुल रशीद शौरा ने मनी लॉन्ड्रिंग और देशद्रोह के आरोप लगाए थे। शेहला के पिता का कहना है कि वह कश्मीर में हुर्रियत जैसी पार्टी बनाना चाहती है। युवाओं को बहकाकर अलगाववाद से जोड़ना चाहती है। टेरर फंडिंग के आरोप झेल चुके बिजनसमैन जहूर अमहद शाह वटाली ने शेहला को अपनी JKPM पार्टी की मेंबर बनने के लिए 3 करोड़ रुपये ऑफर किए हैं। शेहला पर देशविरोध गतिविधियां करने का आरोप लगाते हुए उसके पिता उसे देशद्रोही भी बता चुके हैं।
शेहला राजनीति में भी आजमा चुकी किस्मत
शेहला राशिद साल 2017 में अचानक नेशनल कॉन्फ्रेंस की मेंबर बन गई थीं। इसके बाद IAS की नौकरी छोड़ कर राजनीति में आए शाह फैजल की पार्टी JKPM की मेंबर बनी, लेकिन फिर अचानक ही संन्यास का ऐलान कर दिया।
कश्मीर से धारा 370 हटाने का किया था विरोध
शेहला राशिद ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का विरोध किया था। उसने कई विवादित बयान दिए थे। शेहला ने जम्मू कश्मीर के हालातों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को, उनकी नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए विरोधी बयानबाजी की थी। विरोध प्रदर्शन, उग्रवाद, घुसपैठ की घटनाओं पर राजनीति करने के आरोप लगाए थे।