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Jharkhand: हेडमास्टर के इशारे पर छात्रों ने अध्यापकों को पेड़ से बांधकर पीटा, प्रैक्टिकल में कम अंक मिलने से हुए फेल!

रांची: झारखंड (Jharkhand) के दुमका जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां कुछ स्कूली छात्रों ने कथित तौर पर उन्हें कम अंक देने की वजह से शिक्षकों को एक पेड़ से बांध दिया और उनके साथ मारपीट को अंजाम दिया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक ये सभी छात्र कम अंक मिलने की […]

Author Edited By : Pulkit Bhardwaj Updated: Sep 1, 2022 16:09
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रांची: झारखंड (Jharkhand) के दुमका जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां कुछ स्कूली छात्रों ने कथित तौर पर उन्हें कम अंक देने की वजह से शिक्षकों को एक पेड़ से बांध दिया और उनके साथ मारपीट को अंजाम दिया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक ये सभी छात्र कम अंक मिलने की वजह से परीक्षा में असफल हो गए थे।

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मामला सामने आते ही पुलिस हरकत में आ गई। पीड़ित अध्यापकों ने इस घटना के लिए प्रधानाध्यापक पर छात्रों को उकसाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया कि मामले में प्रधानाध्यापक और 11 छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। दुमका के गोपीकंदर थाना प्रभारी नित्यानंद भोक्ता ने कहा, ‘शिक्षक सुमन कुमार और लिपिक सोनेराम चौरे ने शिकायत की कि प्रधानाध्यापक के निर्देश पर उन्हें पीटा गया और पेड़ से बांध दिया गया। प्रधानाध्यापक और 11 छात्रों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।’

घटना की सूचना मिलने के बाद जब दुमका के शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे तो छात्रों ने शिकायत की कि उनके शिक्षकों ने उन्हें प्रैक्टिकल में बहुत कम अंक दिए हैं और उन्हें इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है। ब्लॉक एजुकेशन सुरेंद्र हेब्रम ने कहा, “हमें घटना की जानकारी मिली और सभी शिक्षकों से बातचीत की। जब हम वहां पहुंचे तो छात्रों ने कहा कि उन्हें प्रैक्टिकल में बहुत कम अंक दिए गए और उन्हें अपने शिक्षकों से पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं मिली।”

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घटना के जवाब में, एक शिक्षक कुमार सुमन ने कहा कि छात्रों ने उन्हें एक बैठक आयोजित करने की आड़ में बुलाया और शिकायत की कि उनका परिणाम खराब हो गया है।

सुमन ने कहा, “छात्रों ने हमें बैठक करने के बहाने बुलाया और कहा कि उनका परिणाम खराब हो गया है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उनके प्रैक्टिकल अंक परिणामों में शामिल नहीं थे। यह प्रधानाध्यापक द्वारा किया जाना था। इसलिए हम इसमें कोई कदम नहीं उठा सकते थे।”

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First published on: Sep 01, 2022 09:17 AM