भारत में रेलवे सिर्फ यात्रा का साधन ही नहीं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा भी है। रोजाना लाखों लोग रेल से सफर करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतने सारे यात्रियों से रेलवे कितना पैसा कमाती है? यह आंकड़ा सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। यह पैसा सिर्फ यात्री किराए से ही नहीं आता, बल्कि माल ढुलाई जैसे कई अन्य स्रोतों से भी कमाई होती है। आइए जानते हैं कि रेलवे की कुल कमाई कितनी है और यह पैसा कहां से आता है।
यात्रियों से कमाई
साल 2023-24 में भारतीय रेलवे ने 648 करोड़ यात्रियों की यात्रा का रिकॉर्ड दर्ज किया, जो पिछले साल के 596 करोड़ यात्रियों से 52 करोड़ ज्यादा है। इस संख्या में वृद्धि का मतलब है कि अधिक लोग ट्रेनों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे रेलवे की कमाई में भी इजाफा हुआ है। अधिक यात्रियों के सफर करने से रेलवे को टिकट की बिक्री से काफी अधिक राजस्व मिला है।
माल ढुलाई में रिकॉर्ड
भारतीय रेलवे ने साल 2023-24 में 1,500 मीट्रिक टन से ज्यादा सामान पहुंचाया। इससे पहले, 2022-23 में रेलवे ने 1,512 मीट्रिक टन माल भेजने का रिकॉर्ड बनाया था। इस बड़ी मात्रा में माल की ढुलाई से रेलवे की कमाई भी काफी बढ़ गई है। ये आंकड़े बताते हैं कि भारतीय रेलवे सिर्फ लोगों को सफर कराना ही नहीं, बल्कि सामान पहुंचाने में भी बड़ी भूमिका निभा रहा है। रेलवे के जरिए सामान जल्दी, सस्ते और सुरक्षित तरीके से पहुंचता है, जिससे उद्योगों और व्यापारियों का भरोसा इस पर बढ़ा है।
कुल कमाई
साल 2023-24 में भारतीय रेलवे ने कुल ₹2.40 लाख करोड़ की कमाई की। यह कमाई मुख्य रूप से यात्रियों के टिकट, सामान की ढुलाई और कुछ अन्य तरीकों से हुई है। इसका मतलब है कि रेलवे की कमाई इसलिए बढ़ी क्योंकि ज्यादा लोग ट्रेनों से सफर कर रहे हैं और बड़ी मात्रा में सामान रेलवे के जरिए भेजा जा रहा है।
कुल खर्च
साल 2023-24 में भारतीय रेलवे ने कुल ₹2.26 लाख करोड़ खर्च किए। इस खर्च में रेलवे की पटरियों की देखभाल, ट्रेनों का संचालन, और नई पटरियों का काम शामिल है। इसका मतलब है कि रेलवे को यह सुनिश्चित करने के लिए पैसे खर्च करने पड़े कि पटरियां और स्टेशन सुरक्षित और सही हालत में रहें। रखरखाव में पटरियों की मरम्मत और सफाई का काम आता है। नई पटरियां बिछाने से रेलवे का नेटवर्क बढ़ता है, जिससे और ज्यादा लोगों तक ट्रेनों की पहुंच होती है।
नई पटरियां बिछाई गईं
भारतीय रेलवे ने हाल ही में 5,100 किलोमीटर की नई पटरियां बिछाई हैं, जिससे यात्रियों और सामान की ढुलाई में और सुविधा हुई है। इसका मतलब है कि अब अधिक ट्रेनों को नए रास्तों पर चलाया जा सकेगा, जिससे लोगों को अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचने में आसानी होगी। नई पटरियों के बिछाने से रेलवे का नेटवर्क और बड़ा हुआ है, जिससे और ज्यादा इलाकों में ट्रेनों की सेवा पहुंचाई जा सकेगी।
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