Army Chief General Manoj Pandey: भारत-चीन में बॉर्डर पर रहने वाले तनाव के बीच सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने शुक्रवार को देश के बॉर्डरों की सुरक्षा पर बड़े अपडेट दिए हैं। उत्तरी सीमा पर बात करते हुए उन्होंने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि म्यांमार की स्थिति हमारे लिए चिंता का विषय जरूर है। लेकिन हम उस पर बेहद पैनी नजर बनाए हुए हैं। आगे उन्होंने बताया कि म्यांमार सेना के 416 जवान सीमा पार कर चुके हैं।
कश्मीर में घुसपैठ पर काबू किया
जम्मू-कश्मीर पर बात करते हुए सेना प्रमुख (Army Chief General Manoj Pandey) ने कहा कि यह सही है कि यहां लगातार घुसपैठ की कोशिशें हो रही हैं लेकिन सेना ने इस पर कंट्रोल किया हुआ है। फिलहाल LOC पर संघर्ष विराम है। उन्होंने आगे बताया कि सेना ने कश्मीर के संवेदनशील इलाकों में योजनागत तरीके से गश्त बढ़ाई है, जिससे यहां स्थिति काबू में है। इतना ही नहीं जम्मू-कश्मीर के अंदरूनी इलाकों में हिंसा में भी कमी आई है। इसके अलावा पंजाब में भी बॉर्ड पर हालत अच्छे नहीं हैं। पाकिस्तान की तरफ से आए दिन धुसपैठ की खबरें सामने आती हैं। यहां ड्रोन और नशे की खेप भेजी जा रही हैं।
पूर्व आर्मी चीफ के बयान पर साधी चुप्पी
पूर्व आर्मी चीफ जनरल नरवणे ने अग्निपथ को लेकर अपनी किताब में जो लिखा है उस पर आर्मी चीफ ने कहा कि यूनिट से पॉजिटिव फीडबैक (Army Chief General Manoj Pandey) है। उन्होंने जो कहा उस पर मेरा कुछ कहना ठीक नहीं। लेकिन अग्निपथ का फाइनल स्ट्रक्चर पूरी चर्चा के बाद सामने आया, सबकी बातों को ध्यान में रखा गया। इसके अलावा उन्होंने आगे परिवर्तनकारी मानव संसाधन पहल योजना के बारे में बताते हुए कहा कि यह परियोजना न केवल हर साल सेवानिवृत्त होने वाले 62,000 से अधिक भारतीय सेना के सैनिकों के लिए उत्पादक और उपयोगी रोजगार का मंच तैयार करेगी, बल्कि हमारे दिग्गजों के कौशल और रोजगार को भी सशक्त बनाएगी।