India Plans Vertical Take-Off Air Ambulances: भारत में स्वास्थ्य सेवा में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए एक बड़ी पहल हुई है। इसके तहत देश के करीब सभी जिलों में एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू की जाएगी। इसके लिए ICATT (इंटरनेशनल क्रिटिकल-केयर एयर ट्रांसफर टीम) के साथ 1 अरब डॉलर (करीब 87 अरब रुपये) के सौदे पर हस्ताक्षर किए गए हैं। डील के तहत IIT-मद्रास स्थित इलेक्ट्रिक एयरक्राफ्ट स्टार्टअप ईप्लेन कंपनी (ePlane Company) 788 एयर एम्बुलेंस की आपूर्ति करेगी। जिन्हें सड़क और कहीं भी छोटी जगह उतारा जा सकेगा। इसके साथ ही भारत देशभर में ऑन-रोड वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू करने वाले चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो जाएगा।
देश के हर जिले में होंगी तैनात
ईप्लेन कंपनी इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग यानी ईवीटीओएल (eVTOL) के साथ काम करेगा। इस सर्विस की शुरुआत के बाद गंभीर स्थिति में मरीजों को तुरंत मदद मिल सकेगी। ये 788 ईवीटीओएल एयर एंबुलेंस भारत की प्रमुख एयर एंबुलेंस फर्म ICATT को दी जाएंगी। इसके बाद ये एयर एंबुलेंस देश के लगभग हर जिले में तैनात की जाएंगी।
मेडिकल इमरजेंसी में होगी मदद
यह डील इसलिए अहम है क्योंकि भारत के शहर और कस्बे बढ़ते वाहन ट्रैफिक से जूझ रहे हैं। ईवीटीओएल शुरुआत में मेडिकल इमरजेंसी में मदद करेंगे। ये इलेक्ट्रिक वाहन हैं इसलिए पर्यावरण पर भी बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। भारत के ईवीटीओएल (eVTOL) मार्केट ने हाल के वर्षों में काफी ध्यान आकर्षित किया है और सरकार भी ईवीटीओएल और ड्रोन की मदद से परिवहन और डिलीवरी सेवाओं को सुविधाजनक बनाने के लिए एयरस्पेस को सीमित संख्या तक खोलने पर विचार कर रही है। भारत में ईवीटीओएल विमान बनाने वाली कुछ प्रमुख स्टार्टअप कंपनियों में आर्चर एविएशन, सरला एविएशन और ईप्लेन कंपनी शामिल हैं। उबर जैसी ऐप आधारित टैक्सी सेवा देने वाली फर्म भी एयर टैक्सी सेवा शुरू करने के लिए प्रोटोटाइप डेवलप और टेस्ट कर रही हैं, जिससे बड़े शहरों में आने-जाने वालों को ट्रैफिक जाम से बचने का मौका मिलेगा।
2026 तक शुरू होगी एयर एंबुलेंस सर्विस
ईप्लेन कंपनी के मुताबकि, 2026 की अंतिम तिमाही तक एयर एंबुलेंस सर्विस का ऑपरेशन शुरू हो सकता है। कंपनी की प्रोडक्शन कैपेसिटी सालाना 100 यूनिट की होगी। आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर और ईप्लेन के फाउंडर सत्य चक्रवर्ती (Satya Chakravarthy) एयर एम्बुलेंस से जुड़ी अलग-अलग जरूरतों के लिए 10 करोड़ डॉलर (लगभग 870 करोड़ रुपये) की राशि जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। अब तक कंपनी ने निवेशकों से 2 करोड़ डॉलर जुटाए हैं।
कितनी होगी एयर एंबुलेंस की स्पीड?
एयर एम्बुलेंस की टॉप स्पीड 200 किलोमीटर प्रति घंटा होगी और बैटरी चार्ज के अनुसार इसकी रेंज 110 किलोमीटर से 200 किलोमीटर तक होगी। ईप्लेन कंपनी अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों और पॉपुलेशन डेनसिटी की आवश्यकता के आधार पर एयर एंबुलेंस के तीन अलग-अलग प्रोटोटाइप पर काम कर रही है। इन विमानों में एक पायलट, एक पैरामेडिक, एक मरीज और एक स्ट्रेचर के साथ-साथ आवश्यक जीवन रक्षक चिकित्सा डिवाइस और मेडिकल किट भी मौजूद होंगे। चक्रवर्ती ने कहा कि हम एयर टैक्सी की तुलना में एयर एम्बुलेंस बनाकर अपने प्रोडक्शन को बढ़ा सकते हैं और बाजार में वस्तुओं का बेहतर उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि एयर टैक्सी बनाने की भीड़ में शामिल होने की तुलना में हमारे लिए एयर एम्बुलेंस को अधिक व्यवस्थित तरीके से बढ़ाना संभव है।