नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के चीफ इमरान खान ने एक बार फिर भारत की तारीफ की है। इमरान खान ने भारत की विदेश नीति और विदेश मंत्री एस जयशंकर की तारीफ करते हुए कहा कि अमेरिका के मना करने के बावजूद भारत ने रूस से तेल खरीदा। ये आजाद मुल्क की निशानी है।
लाहौर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे इमरान
दरअसल, इमरान खान लाहौर में एक विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान जनसभा में मौजूद लोगों से इमरान खान ने कहा कि आपके सामने मैं दो मुल्कों (देशों) के विदेश मंत्रियों की बात करना चाहता हूं। पहले नंबर पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर हैं जिन्हें उन्होंने (अमेरिका ने) भारत को रूस से तेल नहीं खरीदने का आदेश दिया। इमरान ने कहा कि भारत अमेरिका का रणनीतिक सहयोगी है, पाकिस्तान नहीं है। इसके बाद इमरान खान ने विदेश मंत्री एस जयशंकर का वीडियो क्लिप चलाया।
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के मुरीद हुए पाकिस्तान के पूर्व PM इमरान ख़ान, भारत की विदेश नीति की तारीफ़ की pic.twitter.com/DUID6pcfWx
— News24 (@news24tvchannel) August 14, 2022
---विज्ञापन---
वीडियो में क्या कहते हैं एस. जयशंकर
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की यूरोप यात्रा के दौरान जब पूछा गया कि क्या अपने देश के हित के लिए आप इस युद्ध (रूस-यूक्रेन) में पैसा लगा रहे हैं?’ जयशंकर ने जवाब देते हुए कहा कि क्या रूस से गैस खरीदना युद्ध में पैसा लगाना नहीं है? भारत का पैसा ही क्यों, यूरोपिय देशों के पैसों से रूस से गैस खरीदना युद्ध के लिए फंडिंग नहीं है?
जयशंकर ने कहा कि अगर यूरोपीय, पश्चिमी देशों और अमेरिका को इतनी चिंता है तो वे क्यों ईरान और वेनेजुएला के तेल को बाजार में आने की अनुमति नहीं देते? जयशंकर ने कहा कि उन्होंने तेल के हमारे अन्य सभी स्रोतों को बंद कर दिया और फिर कहते हैं कि आप मार्केट में नहीं जाएंगे और अपने लोगों के लिए सबसे अच्छा सौदा नहीं करेंगे।’ (इसके बाद वीडियो खत्म हो जाता है।) इमरान फिर जनता को संबोधित करते हुए कहते हैं कि ये होता है आजाद मुल्क।
शरीफ सरकार पर भी इमरान ने साधा निशाना
इमरान ने इस दौरान शरीफ सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। इमरान खान ने कहा कि अगर भारत जिसे पाकिस्तान के साथ-साथ आजादी मिली और अगर नई दिल्ली अपने लोगों की जरूरत के हिसाब से अपनी विदेश नीति बना सकती है तो वे (प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ सरकार) कौन की अलग लाइन पर चल रहे हैं?
इमरान ने रूसी तेल खरीदने पर अमेरिकी दबाव के आगे झुकने के लिए शहबाज शरीफ सरकार की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि हमने सस्ता तेल खरीदने के बारे में रूस से बात की थी लेकिन इस सरकार में अमेरिकी दबाव को ना कहने का साहस नहीं है। ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं, लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं। मैं इस गुलामी के खिलाफ हूं।