पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने सेना में बड़े बदलाव किए हैं। जहां एक ओर भारतीय वायुसेना को अब नया वाइस चीफ मिलने वाला है। एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी वायुसेना के नए वाइस चीफ की कमान संभालेंगे। वहीं, दूसरी ओर भारतीय सेना के उप प्रमुख (रणनीति) लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा को उधमपुर स्थित सेना के उत्तरी कमान का नया कमांडर-इन-चीफ नियुक्त किया गया है। सरकार ने सोमवार को उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी है।
एयर मार्शल एसपी धारकर की जगह लेंगे एयर मार्शल नर्मदेश्वर
एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी 1 मई को मौजूदा वाइस चीफ एयर मार्शल एसपी धारकर की जगह लेंगे। वायुसेना में 40 से अधिक वर्षों के शानदार करियर के बाद धारकर 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी वर्तमान में गांधीनगर में दक्षिण पश्चिमी वायु कमान की कमान संभाल रहे हैं। वहीं, एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित भी नए CISC (चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ) के रूप में पदभार संभालेंगे। CISC तीनों सेनाओं के बीच समन्वय बनाने का काम करता है। एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित को लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू के स्थान पर नए CISC के रूप में कार्यभार संभालने की मंजूरी दी गई है, जो 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा बने नए नॉर्दन कमांडर
वहीं, भारतीय सेना के उत्तरी कमान को नया कमांडर मिलेगा। ये जिम्मेदारी लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा को दी गई है। लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा हाल ही में पहलगाम हमले के बाद सेना प्रमुख के साथ श्रीनगर भी गए थे, जिससे उनकी सक्रिय भूमिका और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का संकेत मिला था। उत्तरी कमान जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्रों में पाकिस्तान और चीन के खिलाफ समस्त सैन्य अभियानों का नेतृत्व करती है।
इन पदों पर रह चुके हैं प्रतीक शर्मा
लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। इनमें महानिदेशक सैन्य संचालन (DGMO), मिलिट्री सेक्रेटरी ब्रांच और हाल ही में सेना मुख्यालय में स्थापित सूचना निदेशालय के इन्फॉर्मेशन वेलफेयर के महानिदेशक के पद शामिल हैं। प्रतीक शर्मा लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिन्द्र कुमार का स्थान लेंगे, जो फरवरी 2024 में लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी के बाद उत्तरी कमान के प्रमुख बने थे और अब सेवानिवृत्त हो रहे हैं। एक अनुभवी इन्फैंट्री अधिकारी के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा का सैन्य करियर तीन दशकों से भी अधिक समय का रहा है।