Patna Police NEET Paper Leak Scam Latest Update: नीट पेपर लीक स्कैम पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। 5 मई को हुई इस परीक्षा से पहले पेपर लीक होने की खबर सामने आ रही है। वहीं 4 जून को आए नतीजों में 67 बच्चों ने टॉप किया है, जिससे नीट परीक्षा में धांधली का शक और भी बढ़ गया। हालांकि इस मामले में पहली शिकायत दर्ज करने से लेकर आरोपियों को पकड़ने तक बिहार पुलिस सबसे आगे रही है। पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। मगर सवाल ये है कि बिहार पुलिस को आखिर इस धांधली की खबर कैसे मिली?
1. अनजान मुखबिर ने दी जानकारी
नीट परीक्षा से पहले पटना पुलिस को एक अनजान मुखबिर ने फोन कॉल किया। इस दौरान पटना पुलिस को पता चला कि 4 अपराधी एक SUV कार में बैठकर किसी सुरक्षित घर की तलाश कर रहे हैं। इसी टिप के आधार पर पुलिस को बड़ी साजिश का अंदेशा हुआ और पुलिस ने SUV समेत चारों संदिग्धों को हिरासत में ले लिया।
2. परीक्षा से एक दिन पहले लीक हुआ पेपर
संदिग्धों से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि ये मामला नीट पेपर लीक से जुड़ा है। बच्चों को परीक्षा से पहले पेपर देने के लिए 30-40 लाख रुपये का ऑफर दिया गया है। यही नहीं, पटना शहर के बाहरी इलाके में मौजूद राम कृष्ण नगर में एक सुरक्षित जगह की तलाश की गई। परीक्षा से एक दिन पहले पैसे देने वाले सभी बच्चों को उस जगह पर ले जाकर पूरी रात जवाब रटवाया गया और अगली सुबह बच्चों को परीक्षा केंद्र पर छोड़ दिया गया।
“To ensure the highest level of transparency and sanctity of the examination process, the Ministry of Education, Government of India has decided that the UGC-NET June 2024 Examination be cancelled. A fresh examination shall be conducted, for which information shall be shared… pic.twitter.com/tGb9EcaGQz
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) June 19, 2024
3. पुलिस को मिले 13 रोल नंबर
पटना पुलिस चारों संदिग्धों को लेकर उस सुरक्षित स्थान पर पहुंची तो वहां पुलिस को 13 रोल नंबर मिले। इनमें से एक रोल नंबर सिकंदर यादवेंदु के भतीजे का भी शामिल था। सिकंदर यादवेंदु पेशे से इंजीनियर है। मगर पेपर लीक करने में उसका भी हाथ था। लिहाजा पुलिस ने सिकंदर के भतीजे को हिरासत में लिया और उसने सारा सच कबूल कर लिया।
4. तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
सभी जानकारियों के आधार पर पटना पुलिस ने सिकंदर यादवेंदु, नीतीश कुमार और अमित आनंद को गिरफ्तार किया। इसके बाद पूरे पेपर लीक मामले का पर्दाफाश हो गया। हालांकि पुलिस का कहना है कि पेपर लीक रैकेट काफी बड़ा है। इसमें कई लोग शामिल हैं। इस गिरोह को जड़ से खत्म करने के लिए काफी प्रयास करने होंगे।
5. सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
पुलिस के अनुसार यह पहली बार नहीं है जब इन लोगों पर पेपर लीक के आरोप लगे हैं। इससे पहले भी आरोपियों ने कई परीक्षाओं के पेपर लीक किए हैं। वहीं अब ये मामला सुप्रीम कोर्ट में है और 8 जुलाई को इसपर फैसला होना है।