अमिताभ ओझा, पटना: बिहार में राजनीतिक पारी की शुरुआत की कवायद में जुटे प्रशांत किशोर इन दिनों जन-सुराज यात्रा के जरिए राजनीतिक पकड़ बनाने में लगे हैं। हाल ही उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि बिहार में आए राजनितिक भूचाल के बाद अभी और भूचाल आना बाकी है। अब प्रशांत किशोर ने न्यूज़ 24 से एक्सक्लूसिव बातचीत में कई बातें साझा की हैं।
तेजस्वी यादव की बात को गंभीरता से नहीं लेता
प्रशांत किशोर ने कहा- आज मुझे नीतीश कुमार कहते हैं कि उन्हें कुछ नहीं आता है तो फिर वे मुझसे 2014 में क्यों जुड़े? उन्होंने आगे कहा- उनकी पवन वर्मा के घर मुझसे मुलाकात हुई थी। उसके बाद मैं पटना आया, उनके साथ रहा, सारी तैयारी हुई और आज उन्हें लगता है कि मुझे कुछ आता ही नहीं, यदि उनके पास जानकारी है तो बताएं की बिहार में पिछले 17 सालों में क्या हुआ? स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार के लिए क्या किया…मैं तो बिहार में यही जानने के लिए घूम रहा हूं।प्रशांत किशोर ने कहा, मैं तेजस्वी यादव की बात को गंभीरता से नहीं लेता हूं।
उनके पीछे चलूंगा
प्रशांत किशोर ने कहा, उन्होंने जब चुनाव में 10 लाख नौकरी की बात की तो लगा कि यह चुनावी वादा है लेकिन जब नीतीश ने 15 अगस्त को गांधी मैदान से यह घोषणा की तो लगा यह अच्छी बात है, लेकिन यदि नीतीश एक साल में दस लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे देते हैं तो मैं अपना सारा काम छोड़कर उनके पीछे झंडा उठाकर चलूंगा।
चार लोगों के साथ चाय पीना महत्वपूर्ण नहीं
प्रशांत किशोर ने आगे कहा, बिहार में 2024 तक फिर से राजनीति की धुरी पर 360 डिग्री घूमेगी। ऐसा इसलिए कि यह स्वरूप नहीं रह पाएगा। अब तक नीतीश जी 6 बार सरकार बदल चुके हैं। नीतीश दिल्ली जाते हैं चार लोगों के साथ चाय पीते हैं, तो जरूरी नहीं कि इसका राजनीति पर भी असर पड़ेगा।
बीजेपी की बी टीम पर दिया जवाब
प्रशांत किशोर ने कहा, नीतीश कुमार हमको बीजेपी की बी टीम का सर्टिफिकेट दें ये बड़ा हास्यास्पद लगता है। कल तक वो खुद किसके साथ थे? बिहार में जंगल राज है या जनता राज यह सब देख रहे हैं। आने वाले दिनों में हालत और भी खराब होंगे। नीतीश कुमार जिस कुर्सी पर बैठ गए हैं वो फेविकोल से भी ज्यादा मजबूती से जुड़े हैं, इसलिए मैंने कहा कि उन्हें ब्रांड एम्बेसडर बना देना चाहिए। उन्होंने कहा, मेरी सभाओं को अब रोका जा रहा है। आज जहानाबाद और गया में कार्यक्रम था लेकिन जिला प्रशासन मे इसकी इजाजत नहीं दी। लगता है कि ये लोग डर गए हैं।