अमिताभ ओझा, पटना: शुक्रवार को 151 पुलिस कर्मियों को आपराधिक मामलों की बेहतरीन, निष्पक्ष और जल्द जांच के लिए केंद्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया गया। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के 15, महाराष्ट्र पुलिस के 11, मध्य प्रदेश पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस के 10-10, केरल पुलिस, राजस्थान पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस के आठ-आठ और बाकी अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के हैं। इन पुरस्कार विजेताओं में 28 महिला पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
2018 से दिया जा रहा है ये मेडल
अपराधिक मामले की जांच के हाई प्रोफेशनल स्टैंडर्ड को बढ़ावा देने और बेहतरीन जांच को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2018 से केंद्रीय गृह मंत्री देना शुरू किया गया था। किसी मामले की जांच के दौरान पेशेवर रवैये को बढ़ाने, ईमानदारी, कर्त्तव्यनिष्ठा व काम से असाधारण साहस का परिचय देने वाले पुलिसकर्मियों को इस मेडल से सम्मानित किया जाता है। इसकी घोषणा हर साल 12 अगस्त को की जाती है।
जानें, क्यों और किसे दिया जाता है ये मेडल
केंद्रीय जांच एजेंसियों, राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस बल के सदस्यों को बेहतरीन जांच के आधार पर ये मेडल दिया जाता है। हेड कांस्टेबल से लेकर पुलिस अधीक्षक तक रैंक के पात्र अधिकारियों की सिफारिशों को ऑनलाइन जमा करने का अनुरोध किया जाता है।
2021 में 152 पुलिसकर्मियों को किया गया था सम्मानित
2021 के लिए आपराधिक मामलों की बेहतरीन जांच के लिए केंद्रीय गृह मंत्री पदक से 152 पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया गया था। 2021 में इन पुरस्कारों को प्राप्त करने वाले कर्मियों में सीबीआई के 15, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र पुलिस के 11-11, उत्तर प्रदेश के 10, केरल और राजस्थान पुलिस के नौ, तमिलनाडु पुलिस के आठ, बिहार के सात, गुजरात, कर्नाटक और दिल्ली पुलिस के छह-छह कर्मचारी शामिल थे जबकि बाकी अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से थे।
बिहार के सात पुलिसकर्मी भी हुए सम्मानित
केंद्रीय गृह मंत्री पदक से बिहार के भी सात पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया है। इनमें पटना के चर्चित इंडिगो मैंनेजर रुपेश हत्याकांड के उदभेदन में शामिल पुलिसकर्मियों को केंद्रीय गृह मंत्री पदक से अलंकृत किया गया है। इनमें पटना के तत्कालीन सिटी एसपी विनय तिवारी के अलावा उनकी टीम में शामिल इंस्पेक्टर मनोज कुमार राय, सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद चांद परवेज और सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद गुलाम मुस्तफा शामिल हैं। वहीं, अररिया में नाबालिग के साथ दुष्कर्म मामले मे बेहतर जांच के लिए तत्कालीन एसपी सायली धुरत सबलाराम को केंद्रीय गृह मंत्री पदक दिया गया है।