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गिरवी रखे शेयरों को बेचकर प्रमोटर्स ने 200 करोड़ कमाए, ईडी ने PMLA के तहत दर्ज किया मामला, 5 गिरफ्तार

New Delhi: ईडी ने बुधवार को शेयर बाजार धोखाधड़ी से संबंधित एक पीएमएलए मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। सीसीबीए चेन्नई द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर पीएमएलए के तहत एक मामला दर्ज किया गया था, जिसके अनुसार कुछ शेयर ब्रोकर्स और वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनियों ने वेंकटचारी को ऋण प्राप्त करने […]

Edited By : Rakesh Choudhary | Updated: Mar 30, 2023 11:59
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New Delhi: ईडी ने बुधवार को शेयर बाजार धोखाधड़ी से संबंधित एक पीएमएलए मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। सीसीबीए चेन्नई द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के आधार पर पीएमएलए के तहत एक मामला दर्ज किया गया था, जिसके अनुसार कुछ शेयर ब्रोकर्स और वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनियों ने वेंकटचारी को ऋण प्राप्त करने के लिए गिरवी रखे गए शेयरों को बेचकर धोखा दिया था।

प्रमोटर समेत 5 गिरफ्तार

ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आरोपियों की पहचान सिक्योर क्लाउड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के प्रमोटर और अध्यक्ष सुरेश वेंकटचारी, आरएस रमानी, प्रमोटर और सिक्योर क्लाउड के पूर्व सीएफओ अनुपम गुप्ता, प्रो फिन कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के प्रमोटर और प्रबंध निदेशक, हेमल मेहता और एक शेयर ब्रोकर रोहित अरोड़ा के रूप में हुई है। ईडी ने बताया कि आरोपियों ने धोखाधड़ी से 200 करोड़ रूपए कमाए।

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उन्हें 24 मार्च को धन शोधन निवारण अधिनियम की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया गया था। शिकायतकर्ता ने कहा कि ऋण देने वाले शेयर ब्रोकरों ने डिलीवरी निर्देश पर्ची पर जाली हस्ताक्षर किए और शेयरों को ऑफ मार्केट में बेच दिया।

कंपनी के बही खातों को बढ़ा चढ़ाकर किया पेश

अधिकारी ने कहा, पीएमएलए जांच से पता चला है कि इन शेयर ब्रोकरेज और वित्तीय सेवा कंपनियों के निदेशकों और लाभकारी मालिकों ने ऑफ-मार्केट में 160 करोड़ रुपये के शेयरों को स्थानांतरित कर दिया है और बाद में उन्हें बेच दिया है।

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जांच से यह भी पता चला है कि वेंकटाचारी और रमानी कंपनी के बही-खातों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करके, कंपनी के धन को एसटीएल के सीएफओ और सीईओ की हिस्सेदारी वाली कंपनियों की असंबद्ध व्यावसायिक गतिविधियों के लिए डायवर्ट करके आम जनता को धोखा देने की बड़ी साजिश में शामिल हैं। रमानी ने खुले बाजार में 110 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए और वेंकटचारी ने शेयर दलालों से 40 करोड़ रुपये का कर्ज लिया।

मेहता को शेयरों के बदले दिया था पैसा

ईडी ने कहा कि गुप्ता और मेहता आपराधिक साजिश का हिस्सा थे और इनसाइडर ट्रेडिंग गतिविधि में लिप्त थे और 8 हजार माइल्स अब सिक्योर क्लाउड टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के शेयर मूल्य में हेरफेर करने की कोशिश की। गुप्ता ने वेंकटचारी के शेयर बेचे और उन्हें 14 करोड़ रुपये प्रदान किए।

8 हजार माइल्स शेयरों की अवैध ट्रेडिंग गतिविधि में प्रवेश किया और अंतत: शेयर आम जनता को दे दिए। वेंकटचारी के लिए यह काम करने के एवज में मेहता को शेयरों के रूप में पैसा दिया गया था।

अधिकारी ने कहा, अरोड़ा ने यह जानते हुए भी कि यह एक अवैध गतिविधि है, इन सभी लेन-देन में मदद की। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों ने 200 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की। आरोपियों को पीएमएलए, चेन्नई के लिए विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया और उन्हें 6 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

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Edited By

Rakesh Choudhary

First published on: Mar 30, 2023 11:26 AM

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