Trump tariff on Brazil: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार रात को 7 देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा की। इसके बाद उन्होंने ब्रिक्स के अहम साझेदार और संस्थापक देश ब्राजील पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया। इन्होंने इसको लेकर सोशल मीडिया पर टैरिफ लेटर भी शेयर किया। इसमें उन्होंने ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो पर चल रहे मुकदमे की निंदा की। बोल्सोनारो पर ब्रासीलिया में 2023 में सत्ता परिवर्तन के समय दंगे भड़काने का आरोप है। बता दें कि ट्रंप ने ब्रिक्स देशों पर 10 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी। ऐसे में अब देखना है कि ब्रिक्स के अन्य देशों पर ट्रंप की क्या प्रतिक्रिया रहती है? ब्रिक्स में ब्राजील के अलावा दक्षिण अफ्रीका, रूस, चीन और भारत शामिल हैं।
इन देशों पर लगाया टैरिफ
बता दें कि अब तक ट्रंप ने म्यांमार, लाओस, ट्यूनीशिया, बांग्लादेश, सर्बिया, कंबोडिया, जापान, दक्षिण कोरिया, थाइलैंड, मलेशिया के खिलाफ टैरिफ लगाया है। ट्रंप ने ब्रिक्स देशों पर टैरिफ को लेकर कहा कि ब्रिक्स ग्रुप अमेरिकी डॉलर को कमजोर कर रहा है। ब्रिक्स अमेरिकी डॉलर को नुकसान पहुंचाने के लिए बनाया गया है। जो लोग ब्रिक्स में हैं उन्हें 10 प्रतिशत टैरिफ देना होगा। ट्रंप ने आगे कहा कि डॉलर राजा है, जो लो हमें चुनौती देंगे, उन्हें बड़ी कीमत चुकानी होगी।
किसी को नहीं मिलेगी छूट
भारत को लेकर पूछे गए सवाल पर ट्रंप ने कहा कि भारत पर भी 10 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा क्योंकि वह भी ब्रिक्स का सदस्य है। किसी को भी छूट नहीं दी जाएगी। बता दें कि ब्रिक्स समिट के दौरान ट्रंप की मनमानी को सदस्य देशों ने डब्ल्यूटीओ नियमों के खिलाफ बताया है। हालांकि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता भी हो सकता है। जिसमें 10 से लेकर 20 प्रतिशत टैरिफ लगाया जा सकता है। जोकि भारत के लिए फायदे का सौदा माना जा रहा है।
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क्या भारत के साथ होगी ट्रेड डील?
इसके अलावा ट्रंप चीन और रूस पर भारी टैरिफ लगाने की बात पहले ही कर चुके हैं। ऐसे में अब देखना यह होगा कि ट्रंप आने वाले दिनों में भारत पर कितना टैरिफ लगाते हैं। अगर व्यापार समझौता किसी नतीजे पर नहीं पहुंचता है तो भारत पर और अधिक टैरिफ लगाया जा सकता है। इससे भारत भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है। हालांकि इसकी संभावना कम ही है क्योंकि शक्ति संतुलन के लिहाज से अमेरिका कभी नहीं चाहेगा कि भारत के साथ उसकी तनातनी बढ़े। भारत हिंद प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका का महत्वपूर्ण साझेदार है। चीन को रोकने के लिए क्वाड जैसे संगठन का जन्म हुआ। ऐसे में टैरिफ को लेकर ट्रंप ऐसा करें ऐसा लगता नहीं है।
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