मदुरै: DMK सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री टीआर बालू ने रविवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि उन्होंने कई मौकों पर विकास परियोजनाओं को पूरा करने के लिए धार्मिक विश्वासों से समझौता किया है। मदुरै में सेतुसमुद्रम परियोजना के समर्थन में एक जनसभा में बोलते हुए सांसद ने परियोजना के लिए अपने प्रयासों के बारे में बात की।
मेरे समर्थकों ने मुझे चेतावनी भी दी थी
टीआर बालू ने कहा, “मेरे निर्वाचन क्षेत्र में ग्रैंड सदर्न ट्रक रोड (जीएसटी) पर सरस्वती मंदिर, लक्ष्मी मंदिर और पार्वती मंदिर को तोड़ा गया। मैंने ही इन तीनों मंदिरों को तोड़ा। मुझे पता है कि मुझे वोट नहीं मिलेगा लेकिन मुझे यह भी पता है कि मुझे वोट कैसे मिलेगा।”। उन्होंने कहा मेरे समर्थकों ने मुझे चेतावनी भी दी थी कि अगर मंदिर तोड़े गए तो मुझे वोट नहीं मिलेंगे। लेकिन मैंने उनसे कहा कि कोई दूसरा रास्ता नहीं है।’
"Demolished temples, knew won't get votes…" DMK's TR Baalu
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— ANI Digital (@ani_digital) January 29, 2023
मैंने बेहतर सुविधाओं के साथ बेहतर मंदिरों का निर्माण किया
डीएमके सांसद ने कहा, “मैंने एक मंदिर की जरूरत बताई। मैंने बेहतर सुविधाओं के साथ बेहतर मंदिरों का निर्माण किया। इस तरह कई जगहों पर मैंने धार्मिक विश्वासों को पूरा किया और परियोजनाओं को पूरा किया।” डीएमके सांसद ने सेतुसमुद्रम नौवहन नहर परियोजना परियोजना को रोकने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि परियोजना को रोकने का केंद्र का फैसला एक ट्रेन को बीच रास्ते में अचानक रोकने जैसा है।
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