नई दिल्लीः बिहार (Bihar) के एक सरकारी कार्यक्रम में छात्रा रिया ने मुफ्त सेनेटरी पैड (Sanitary Pad) देने की बात कही। इस पर कार्यक्रम में मौजूद महिला IAS अधिकारी हरजोत कौर (IAS Harjot Kaur) ने जवाब दिया कि फिर तो मुफ्त ‘कंडोम भी देने पड़ेंगे’। छात्रा और IAS अधिकारी की यह बहस अब एक बड़ा मुद्दा बन गई है। इस प्रकरण के बाद छात्रा रिया चर्चाओं में आ गई। अब रिया के लिए PAN हेल्थकेयर कंपनी के सीईओ ने एक बड़ा ऐलान किया है।
हमें ऐसी साहसी लड़कियों की जरूरत हैः कंपनी
भारतीय सैनिटरी पैड निर्माण कंपनी पैन हेल्थकेयर प्रा. लिमिटेड ने शुक्रवार को बिहार में हुई इस घटना का संज्ञान लिया। PAN हेल्थकेयर की ओर से घोषणा की गई है कि रिया को साल भर सेनेटरी पैड की मुफ्त सप्लाई की जाएगी। PAN हेल्थकेयर के सीईओ चिराग पान ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि भारत में मासिक धर्म को लेकर आज भी दबे शब्दों में चर्चा की जाती है। समाज में इसे एक वर्जित विषय माना गया है। उन्होंने कहा कि इसे बदलना जरूरी है। हमें कई और ऐसी साहसी लड़कियों की जरूरत है जो पीरियड ब्लीडिंग और इस मुद्दे पर के बारे में खुली चर्चा करें।
PAN हेल्थकेयर ने रिया के साहस को सलाम किया
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक मंच पर इस विषय पर पूरे आत्मविश्वास के साथ बोलने के रिया के साहस को हम सलाम करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी कंपनी एवरटीन के नीम और कुसुम सैनिटरी पैड की एक साल की रिया के लिए सप्लाई करेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि हम ग्रेजुएशन तक रिया की पढ़ाई का खर्च भी वहन करेंगे। वेट एंड ड्राई पर्सनल केयर के सीईओ हरिओम त्यागी ने कहा कि 2022 एवरटीन मासिक धर्म स्वच्छता सर्वेक्षण से पता चला है कि 23.5% महिलाएं अभी भी अनियमित अवधियों के मामले में डॉक्टर, दोस्तों और परिवार के सदस्यों से परामर्श नहीं लेती हैं।
रिया ने गरीब महिलाओं और लड़कियों के लिए की थी मांग
बता दें कि यह घटना गुरुवार को बिहार की राजधानी पटना में हुई थी। यहां एक आईएएस अधिकारी हरजोत कौर भामरा ने 20 वर्षीय स्कूली छात्रा रिया का सार्वजनिक रूप से मजाक उड़ाया था। कार्यक्रम में रिया ने झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाली गरीब लड़कियों और महिलाओं के लिए मासिक धर्म स्वच्छता के लिए मुफ्त सेनेटरी पैड देने की बात कही थी। इस पर आईएएस अधिकारी ने मजाक उड़ते हुए कहा कि फिर तो कंडोम भी देने पड़ेंगे।
महिला आयोग ने IAS को भेजा नोटिस, जवाब मांगा
वहीं इसका वीडियो सामने आने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने संज्ञान लिया और स्पष्टीकरण मांगा। बता दें कि इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फॉर्म पर वायरल हुआ था, जिसके बाद एनसीडब्ल्यू ने कहा कि स्पष्टीकरण का जवाब सात दिन में भेजा जाए। इस घटना की निंदा करते हुए एनसीडब्ल्यू ने कहा कि एक जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति का ऐसा असंवेदनशील रवैया निंदनीय और बेहद शर्मनाक है। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने IAS हरजोत कौर भामरा को पत्र लिखकर लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। हालांकि अधिकारी ने घटना के लिए माफी मांगी।
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