Cold Wave: नई दिल्ली में एक दिन की राहत के बाद फिर से कड़ाके की ठंड की वापसी हुई है। शनिवार को कुछ देर की राहत के बाद कड़ाके की ठंड लौट आई। लोग कड़ाके की ठंड से बचने के लिए सड़कों के किनारे अलाव के पास जमा दिखे।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने पहले भविष्यवाणी की थी कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी से हरियाणा, चंडीगढ़ और नई दिल्ली में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी।
28 दिसंबर को एक ट्वीट में IMD ने कहा था कि 31 दिसंबर 2022 से उत्तर-पश्चिम भारत में घने कोहरे और शीत लहर का एक नया दौर शुरू होने की संभावना है।
पुराने शहर के तुर्कमान गेट पर अलाव के पास बैठे एक बस चालक ने कहा कि आज भीषण शीतलहर चल रही है। आज बहुत ठंड है। हम शरीर को गर्म रखने के लिए अलाव के पास बैठे हैं।
एक बुजुर्ग जहांगीर ने संसाधनों की कमी के बारे में बात करते हुए कहा, “आज ठंड पड़ रही है। इस भीषण ठंड से बचने के लिए हमने अलाव जलाए हैं। हम अपने हाथ-पैर गर्म करने की कोशिश कर रहे हैं या फिर कड़ाके की ठंड से कांप रहे हैं।”
एयर क्वालिटी भी ‘बहुत खराब’
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, नई दिल्ली के लोधी रोड पर आज सुबह AQI के साथ ‘बहुत खराब’ हवा की गुणवत्ता 369 दर्ज की गई।
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार सुबह धुंध छाई रही, जिससे समग्र वायु गुणवत्ता 369 के समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक के साथ ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी रही। सिस्टम ऑफ़ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, लोधी रोड पर AQI ने 369 पर प्रमुख प्रदूषक PM 2.5 दर्ज किया।
Air quality in the Delhi-NCR continues to remain unhealthy. Delhi's air quality in 'Very Poor' category with AQI at 369
Commission for Air Quality Management yesterday ordered imposition of Stage III of Graded Response Action Plan in NCR
(Visuals from Ring Road, Punjabi Bagh) pic.twitter.com/WGyH8btauK
— ANI (@ANI) December 31, 2022
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र गुरुग्राम और नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक क्रमशः 374 और 388 था। बता दें कि 0 से 100 तक का वायु गुणवत्ता सूचकांक अच्छा माना जाता है, जबकि 100 से 200 तक मध्यम, 200 से 300 तक खराब, 300 से 400 तक बहुत खराब और 400 से 500 या इससे ऊपर गंभीर माना जाता है।
इस महीने की शुरुआत में दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में थी। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने सफर के माध्यम से स्वास्थ्य परामर्श जारी करते हुए कहा है कि सभी को भारी परिश्रम कम करना चाहिए। सफर एप ने कहा है कि हृदय रोग से पीड़ित लोगों, बड़े वयस्कों और बच्चों को लंबे समय तक या भारी परिश्रम से बचना चाहिए।