ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सीडीएस अनिल चौहान ने शांगरी-ला-डायलॉग में पाकिस्तान को 40 देशों के सामने बेनकाब किया था। इस बीच ऑपरेशन को लेकर अभी भी चर्चा जारी है। सीडीएस अनिल चौहान आज पुणे में थे। यहां उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय में भविष्य के युद्ध और युद्धकला विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि युद्ध में नुकसान से ज्यादा नतीजा मायने रखता है। ऑपरेशन के दौरान देखा गया कि युद्ध और राजनीति साथ-साथ चल रहे थे।
जनरल अनिल चौहान ने कहा जहां तक हवाई युद्ध का सवाल है, ऑपरेशन सिंदूर ने इतिहास रच दिया। एक विरोधी के खिलाफ सफल ऑपरेशन किए गए। अगर आप सटीकता और आक्रामक इरादे के साथ अंदर तक लगातार ऑपरेशन करने में सक्षम हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि थी और हम उन हवाई रक्षा नेटवर्क को भेदने में सक्षम थे।
#WATCH | Pune: On being asked about the losses incurred by Pakistan side during Operation Sindoor, Chief of Defence Staff (CDS) General Anil Chauhan says, “When I was asked about losses on our side, I said these are not important. The results and how you act are important. It… pic.twitter.com/Pa0Re5k1TF
— ANI (@ANI) June 3, 2025
---विज्ञापन---
हमारे लिए नुकसान से ज्यादा परिणाम अहम है
सीडीएस ने कहा कि पाकिस्तान की ड्रोन क्षमता भारत के मुकाबले कमजोर है। हमारी सेना पेशेवर है नुकसान से नहीं घबराती है हमारे लिए नुकसान से ज्यादा परिणाम अहम है। जनरल चौहान ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान हमारे साथ 48 घंटे की जंग चाहता था हमने उसे 8 घंटे में ध्वस्त कर दिया। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत एटमी हमले की धमकी बर्दाश्त नहीं करेगा, पहलगाम में जो कुछ हुआ वह एक हद दर्जे की क्रूरता थी।
हम लंबे संघर्ष में नहीं पड़ना चाहते थे
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने कहा ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। यह जारी है। हमें अपनी चौकसी बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा हम लंबे समय तक संघर्ष में नहीं पड़ना चाहते थे। हमने ऑपरेशन प्रकरम में अपना अनुभव देखा है। हम लगभग नौ महीने तक वहां रहे। इसमें बहुत अधिक खर्च होता है, सब कुछ बाधित होता है। हमने बालाकोट के बाद कुछ हद तक ऐसा देखा था। इस विशेष मामले में, जो हुआ वह यह था कि इस जुटाव को पूरा करने से पहले, ऑपरेशन रोक दिया गया था।
ये भी पढ़ेंः कैसा है भारत का स्वदेसी फाइटर जेट Tejas Mk1A? जो इंडियन आर्मी की बढ़ाएगा ताकत
#WATCH | Pune | Chief of Defence Staff (CDS) General Anil Chauhan says, “…This was the kind of first no contact warfare which we fought, except for what was happening on the Line of Control. It was a mix of kinetic and non-kinetic operations…” pic.twitter.com/e0zO6RZnPi
— ANI (@ANI) June 3, 2025
ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। यह जारी है। हमें अपनी चौकसी बनाए रखने की जरूरत है। जहां तक पाकिस्तानी पक्ष का सवाल है, मैं दो अनुमान लगा सकता हूं। पहला, वे बहुत लंबी दूरी पर तेजी से चीजें खो रहे थे, और उन्होंने सोचा कि अगर यह कुछ और समय तक जारी रहा, तो वे और अधिक खोने की संभावना है, और इसलिए उन्होंने टेलीफोन उठाया।
ये भी पढ़ेंः LG का बड़ा एक्शन- जम्मू कश्मीर में 3 सरकारी कर्मचारी बर्खास्त, आतंकी संगठनों से कनेक्शन