---विज्ञापन---

नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू प्रसाद यादव को सीबीआई ने भेजा समन

पटना: सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन मामले में पूछताछ के लिए राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव को मंगलवार को तलब किया है। इससे पहले सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी से इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन घोटाला […]

Edited By : Gyanendra Sharma | Updated: Mar 6, 2023 17:04
Share :
lalu prasad yadav
lalu prasad yadav

पटना: सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन मामले में पूछताछ के लिए राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव को मंगलवार को तलब किया है। इससे पहले सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी से इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन घोटाला मामले में पूछताछ करने उनके आवास पर पहुंचे।

क्या है मामला?

सीबीआई के अनुसार, जब लालू प्रसाद ने 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे तो उन्होंने ग्रुप-डी में नियुक्ति के बदले में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर जमीन लिखवा ली थी। यह केस 14 साल पुराना है। इस स्कैम को लेकर सीबीआई का कहना है कि पटना में लालू यादव के परिवार ने 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर रखा है. इन जमीनों की डील नकद में हुई थी।

---विज्ञापन---

सीबीआई दायर कर चुका है चार्जशीट 

27 फरवरी को दिल्ली की एक अदालत ने कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाले के सिलसिले में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और 14 अन्य लोगों को समन भेजा था। सीबीआई ने पिछले साल 10 अक्टूबर को लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी सहित 16 आरोपियों के खिलाफ आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार के अपराधों के लिए चार्जशीट दायर की थी। चार्जशीट के अनुसार, लालू प्रसाद और अन्य के खिलाफ प्रारंभिक जांच के परिणाम के अनुसार मामला दर्ज किया गया था।

अपनी जांच के दौरान, सीबीआई ने सात ऐसे उदाहरण पाए जहां कथित तौर पर उम्मीदवारों को नौकरी दी गई जब उनके परिवार के सदस्यों ने लालू प्रसाद यादव के परिवार को भूमि हस्तांतरित की।

---विज्ञापन---

गैर-योग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी गई

सीबीआई ने आरोप लगाया है कि भूमि हस्तांतरण के सात उदाहरणों के माध्यम से लालू प्रसाद यादव के भारतीय रेल मंत्री रहते हुए गैर-योग्य उम्मीदवारों को रेलवे में नौकरी दी गई थी। सीबीआई ने यह भी पाया कि जोनल रेलवे में स्थानापन्न की नियुक्ति के लिए कोई विज्ञापन या कोई सार्वजनिक नोटिस जारी नहीं किया गया था, लेकिन लालू प्रसाद यादव के परिवार को भूमि हस्तांतरित करने वालों के परिवार के सदस्यों को भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में नियुक्त किया गया था।

HISTORY

Edited By

Gyanendra Sharma

First published on: Mar 06, 2023 04:28 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें