BJP Presidentship Election Process Candidates Selection: देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी पिछले काफी समय से नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की तलाश में है। लोकसभा चुनाव के बाद जेपी नड्डा को केंद्रीय मंत्री बनाया गया तो सभी ने बीजेपी को नया अध्यक्ष मिलने का कयास लगाना शुरू कर दिया। हालांकि पार्टी ने जेपी नड्डा का कार्यकाल बढ़ाने का ऐलान कर दिया। ऐसे में बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन बनेगा? इस पर सस्पेंस बना हुआ है। इस पद के लिए कई चेहरों के नामों पर चर्चा चल रही है। तो आइए जानते हैं बीजेपी में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कैसे होता है और इसके लिए उम्मीदवार में क्या योग्यताएं होनी चाहिए?
कैसे होता है चुनाव?
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव कैसे होगा? इसका प्रावधान बीजेपी के संविधान में लिखा है। नियम की धारा 19 के अनुसार बीजेपी का इलेक्टोरल कॉलेज नए अध्यक्ष का चुनाव करता है। यह इलेक्टोरल कॉलेज राष्ट्रीय परिषद और प्रदेश परिषदों के सदस्यों को मिलाकर बनता है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चुनाव के नियम निर्धारित किए जाते हैं, जिसके तहत बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव होते हैं। इस चुनाव से पहले उम्मीदवारों को अपना नामांकन दाखिल करना पड़ता है।
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उम्मीदवार की योग्यताएं
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार में 4 प्रकार की योग्यताएं होना आवश्यक है।
- उम्मीदवार कम से कम 15 साल तक पार्टी का प्राथमिक सदस्य होना चाहिए।
- इलेक्टोरल कॉलेज के 20 सदस्य उस नाम का प्रस्ताव रखेंगे।
- इस प्रस्ताव पर उम्मीदवार के हस्ताक्षर होना चाहिए।
- इस प्रस्ताव को 5 अलग-अलग राज्यों से भी मंजूरी मिलनी चाहिए।
दिल्ली में होती है मतगणना
राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनावी दौड़ में शामिल सभी उम्मीदवारों के नाम पर वोटिंग करवाई जाती है। यह वोटिंग बैलेट बॉक्स के जरिए होती है, जिसके बाद मतगणना के लिए बैलेट बॉक्स को दिल्ली लाया जाता है। दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय से ही विजेता उम्मीदवार के नाम का ऐलान होता है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल
बता दें कि बीजेपी के संविधान और नियम की धारा 20 के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव जीतने वाला उम्मीदवार 3 साल के लिए अपने पद पर रह सकता है। वहीं अगर पार्टी चाहे तो 3 साल के लिए उसका कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है। ऐसे में एक शख्स 6 साल के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर रह सकता है।
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